मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्य प्रदेश सरकार ने 18 आईएएस अफसरों के नवीन पदस्थापना आदेश जारी किए हैं। आईएएस मनु श्रीवास्तव राजस्व मंडल के अध्यक्ष थे, जिन्हें ऊर्जा विभाग का एसीएस बनाया गया है।
इनके अलावा जिन 17 अन्य अफसरों के नवीन पदस्थापना आदेश जारी हुए हैं, उनमें से अधिकांश के पास औपचारिक तौर पर कोई काम नहीं था। शाजापुर से हटाए गए कलेक्टर किशोर कुमार कान्याल को वन विभाग में उप सचिव बनाया गया है।
इसी तरह शिवराज सिंह चौहान सरकार में ताकतवर भूमिका में रहे नीरज कुमार वशिष्ठ को विमुक्त घुमन्तु एवं अर्धघुमंतु जनजाति विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
शिवराज सिंह सरकार में प्रमुख सचिव रहे मनीष रस्तोगी को जेल विभाग में पदस्थ किया गया है तो संजय कुमार शुक्ला अब राज्यपाल के प्रमुख सचिव होंगे। अपर मुख्य सचिव मनु श्रीवास्तव नवीन एवं नवकरणीय विभाग का दायित्व भी संभालेंगे। वहीं, डा. राजेश राजौरा से परिवहन विभाग का अतिरिक्त प्रभार लेकर एसएन मिश्रा को दिया गया है।
आइएएस अधिकारियों की दूसरी बड़ी तबादला सूची में उन सभी अधिकारियों को पदस्थापना दी गई है, जिन्हें पिछले दिनों सरकार ने अलग-अलग कारणों से हटाया था। 44 दिनों बाद प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी को विभागीय दायित्व दिया गया है। वहीं, अध्ययन अवकाश से लौटने के बाद निशांत वरवडे को आयुक्त उच्च शिक्षा बनाया गया है। अभी अपर मुख्य सचिव केसी गुप्ता के पास इसका अतिरिक्त प्रभार था।
पीएचई विभाग में प्रमुख संजय कुमार शुक्ला को राज्यपाल का प्रमुख सचिव बनाया गया है। इसी तरह मनीष रस्तोगी को जेल विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। इसके पहले उनके पास कोई विभाग नहीं था। राज्यपाल के प्रमुख सचिव डीपी आहूजा को लोक निर्माण विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है।
इसके साथ-साथ जनसंपर्क आयुक्त रहे मनीष सिंह को मध्य प्रदेश राज्य उपभोक्ता प्रतितोषण आयोग का रजिस्ट्रार बनाया गया है।
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह को उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग का प्रमुख सचिव, दिव्यांगजन सशक्तिकरण आयुक्त ई रमेश कुमार को जनजातीय कार्य विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है।
अपर मुख्य सचिव मलय श्रीवास्तव को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और एम सेलवेंद्रन को संचालक उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। नवीन पदस्थापना का कार्यभार ग्रहण करने पर अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे अधिकारी इन दायित्वों से मुक्त हो जाएंगे।
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