मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के निजी बिलाबोंग की बस में ड्राइवर के साढ़े तीन साल की मासूम से दुष्कर्म के मामले में राज्य सरकार सख्त हो गई है।
इसे लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस मामले में अब स्कूल की संपत्ति की भी जांच होगी। इस स्कूल की छोटे बच्चों की एक संस्था कंगारू किड्स की भी जांच होगी और वहां के पूरे स्टाफ से पूछताछ की जाएगी।
वहीं नरोत्तम मिश्रा ने स्कूल पर बुलडोजर चलाने को लेकर पूछे गए सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि फिलहाल स्कूल पर बुलडोजर की कार्रवाई नहीं की जाएगी।
वहां पढ़ रहे हजारों बच्चों के भविष्य की सरकार को चिंता है।
जिन लोगों ने मामले को दबाने की कोशिश की है, उन पर कार्रवाई होगी। बच्चों के भविष्य को देखते हुए बुलडोजर नहीं चलाया जाएगा।
इससे पहले स्कूल प्रबंधन पर एसआईटी ने एफआईआर दर्ज की है।
इसमें स्कूल के चेयरपर्सन प्रमोटर नज्म जमाल, चेयरमैन ऑपरेशन फैजल अली, प्रिंसिपल आशीष अग्रवाल और ट्रांसपोर्ट मैनेजर सय्यद बिलाल को आरोपी बनाया गया है।
इन पर मामला दबाने और लापरवाही करने के साथ पॉस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इसे लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को समीक्षा के लिए अधिकारियों को तलब किया था।
उन्होंने अधिकरियों को दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने और जल्द से जल्द सजा दिलाने की कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
साथ ही उन्होंने पुलिस और स्कूल शिक्षा विभाग से कार्रवाई के संबंध में भी जानकारी मांगी थी।
ज्ञातव्य है कि भोपाल के एक निजी स्कूल के बस ड्राइवर ने 8 सितंबर को साढ़े तीन साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया।
इसमें बस में मौजूद महिला अटेंडर ने भी बच्ची को नहीं बचाया। इस मामले में बच्ची के माता-पिता ने स्कूल प्रबंधन को शिकायत की थी। स्कूल प्रबंधन ने मामले में लीपापोती कर क्लीन चिट दे दी थी।
जिसके बाद बच्ची के परिजनों ने पुलिस को पूरी घटना बता कर केस दर्ज करवाया था।
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