सुरखी सागर से बृजेंद्र रायकवार।
मानव तस्करी के मामले अभी तक बड़े-बड़े शहरों से सामने आते रहे हैं।लेकिन अब मानव तस्करी का यह घिनौना धंधा छोटे-छोटे शहरो और गांवों तक पैर पसार चुका है।
फिलहाल जो मामला सामने आया है उसमें 8 साल और 14 साल की बच्चियों को कई बार बेचा गया उनकी शादी करवाई गई।
इतना ही नहीं इन बच्चियों से शराब भी बिकवाई गई। इन बच्चियों को कल्कत्ता सहित कई जगहों पर बेचा गया।
इनमें से एक बच्ची ने कुछ माह पहले एक बच्चे को जन्म दिया है। अफसोस की बात ये है कि इन बच्चियों की खरीद-फरोख्त में एक महिला ही शामिल रही।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मामला मध्यप्रदेश के सागर जिले के जैसीनगर थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है, जैसीनगर थाना प्रभारी शशिकांत गुर्जर, महिला थाना प्रभारी संगीता सिंह, एएसआई अभिषेक पटेल,सहित उनकी टीम ने मानव तस्करी गिरोह भंडाफोड़ किया है।
आपको बता दें कि बीते दिनों जैसीनगर थाना अंतर्गत वीरपुर खुर्द गांव से 8 वर्षीय व 14 वर्षीय बच्चियां गुम हुई थी।
पुलिस ने मामले की तहकीकात की थी तो दोनों बच्ची सागर के मोतीनगर थाना इलाके के बड़ा करीला में बसंती अहिरवार नाम की महिला के यहां मिली थी।
जांच में बसंती द्वारा बच्चों की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया, मामले में पुलिस ने बसंती व एक अन्य युवक को गिफ्तार किया था और जेल भेजा था।
मानव तस्करी के गंभीर मामले को देखते हुए पुलिस को और भी खुलासे होने की उम्मीद थी, जिसको देखते हुए पुलिस अधीक्षक तरुण नायक के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ज्योति ठाकुर,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर विक्रम सिंह व सीएसपी निकिता गोकुलवार,एसडीओपी ग्लेडविन एडवर्ड कार के मार्गदर्शन में एक टीम गठित की गई।
जिसमें महिला थाना प्रभारी संगीता सिंह,जैसीनगर थाना प्रभारी शशिकांत गुर्जर एएसआई अभिषेक पटेल, आरक्षक बालकृष्ण चौबे,रामसिंह हेमंत सिंह और महिला आरक्षक मीना शामिल किया।
इसी बीच टीम को जानकारी मिली कि बसंती की मां शारदा ने एक और बच्ची को खरीद कर अपने घर में छुपा रखा है।
जानकारी पुख्ता होने पर पुलिस ने उस बच्ची को बसंती के घर से बरामद किया और बसंती की मां शारदा से बच्ची के संबंध में पूछताछ की।
जिसने सही जानकारी ना देकर उसे अपनी लड़की होना बताया परंतु इस संबंध में कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सकी।
पुलिस ने उस बच्ची से पूछताछ की लेकिन डर व सदमे के कारण वह पुलिस को सही जानकारी ना देकर शारदा को अपनी मां और बसंती को अपनी बहन बता रही थी जिसे चाइल्डलाइन के माध्यम से बाल आश्रम में रखा गया और लगातार परामर्शदाता के माध्यम से परामर्श कराया तब जाकर पूछताछ की नाबालिक बच्ची ने अपना असली नाम और अपना घर सतना जिले के मैहर थाना क्षेत्र मे बताया, बच्ची ने पुलिस को आगे बताया कि तीन-चार साल पहले वह घर में बिना बताए अकेले मैहर से ट्रेन में बैठकर सागर में रहने वाले अपने मौसा के यहां आ गई थी।
जब मौसा ने घरवालों को बता दिया तो डर के कारण वही मौसा घर से भागकर सागर स्टेशन आ गई वहां एक मूंगफली वाली ममता घोषी मिली जिसने उसे मैहर की ट्रेन में बैठाने का कहकर अपने घर ले गई और 3 माह तक अपने घर पर रखा।
उसके बाद उसे बसंती की मां शारदा को 30 हजार में बेच दिया।
इसी बीच बसंती ने उसका 1 लाख में उसकी शादी का सौदा कर दिया।
शादी के 3 दिन बाद बसंती उसे ससुराल से वापस अपने घर ले आई, क्योंकि बसंती अवैध शराब बेचने का भी काम करती थी।
इसी बीच बसंती के घर बिस्कुट उर्फ़ दीपेश अहिरवार शराब लेने आता जाता था।
इसी बीच दीपेश और बसंती के भाई धनसिंह ने कई बार उसका शारीरिक शोषण किया तो वह गर्भवती हो गई और 3 माह पहले ही एक बच्ची को जन्म दिया।
नाबालिग बच्ची की दर्दनाक दास्तान सुनकर पुलिसकर्मियों के रोंगटे खड़े हो गए।
उन्होंने तत्परता दिखाते हुए आरोपी बिस्कुट उर्फ़ दीपेश अहिरवार,धनसिंह,मूंगफली बेचने वाली ममता घोषी,शारदा अहिरवार को गिरफ्तार कर पुलिस ने मानव तस्करी,रेप,बालविवाह,पाक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला पंजीबद्ध कर सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जहाँ न्यायालय के आदेश पर सभी को जेल भेज दिया गया है।
बाईट- संगीता सिंह महिला थाना प्रभारी
बाइट- शशिकांत गुर्जर जैसीनगर थाना प्रभारी
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