मल्हार मीडिया भोपाल।
राज्यसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी के चार प्रत्याशियों और कांग्रेस के इकलौते प्रत्याशी ने गुरुवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। नामांकन दाखिल करने वालों में भाजपा से बालयोगी उमेशनाथ महाराज, बंसीलाल गुर्जर, डॉ. एल. मुरुगन और माया नारोलिया और कांग्रेस से अशोक सिंह शामिल हैं। मध्य प्रदेश में राज्यसभा की पांच सीटें रिक्त हैं, जिनके लिए चुनाव हो रहे हैं। इस तरह निर्विरोध निर्वाचन तय है और नामांकन महज औपचारिकता रह गई है।
भाजपा के चारों प्रत्याशियों ने गुरुवार सुबह विधानसभा भवन पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल समेत करीब-करीब सभी बड़े नेता मौजूद थे। विधानसभा में दलीय स्थिति के अनुसार निर्विरोध निर्वाचन तय है। हालांकि, चुनाव आयोग ने 27 फरवरी को मतदान की तारीख तय की है। इस वजह से नतीजे बाद में घोषित होंगे। जो पांच सीटें रिक्त हुई हैं, उनमें भी चार भाजपा और एक कांग्रेस के पास थी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी ने चारों उम्मीदवारों का चयन किया है। इनमें उज्जैन के वाल्मिकि धाम के पीठाधीश्वर उमेशनाथ जी महाराज शामिल हैं। इनका पूरा जीवन सामाजिक समरसता के लिए बीता है। क्षिप्रा के तट पर पावन धाम बनाकर सामाजिक समरसता का संदेश दे रहे हैं।
मैं भाजपा का आभार मानता हूं, जो उन्हें राज्यसभा के लिए उम्मीदवार चुना है। केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन मेरे अच्छे मित्र हैं। माया नारोलिया प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं। कृषि उपज मंडी से पंचायतों में पंच, सरपंच तक कई भूमिका निभाने वाले किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बंसीलाल गुर्जर जी को भी बधाई देना चाहता हूं। नए प्रतिनिधित्व से मध्य प्रदेश के लिए भी सौभाग्यशाली रहेगा। भाजपा की गौरवशाली परंपरा को चार चांद लगेंगे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि चार प्रत्याशियों की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आभार जताना चाहता हूं जिन्होंने जमीन से जुड़े नेताओं को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। बंसीलाल गुर्जर किसानों के हितों के लिए बूथ से काम प्रारंभ किया है। उन्हें राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया गया है।
महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया जी पंच, सरपंच और नगर पालिका अध्यक्ष रही हैं। वह भी राज्यसभा जा रही हैं। उमेशनाथ जी महाराज ने दलित और अनुसूचित जनजाति समाज के लिए अपने जीवन को लगाया है। एल. मुरुगन अनुसूचित जाति के वरिष्ठ नेता हैं। तमिलनाडु को भी मध्य प्रदेश से ताकत दी गई है।
अशोक सिंह के नामांकन दाखिल करने के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि अशोक सिंह पिछले 42 साल से कांग्रेस की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनके जैसे जमीनी और अनुभवी नेता को राज्यसभा भेजने के लिए चुना गया है। इसके लिए हम सब सोनिया जी और राहुल जी के आभारी हैं। हम समस्त केंद्रीय नेतृत्व के आभारी हैं।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि (ज्योतिरादित्य) सिंधिया का किला ध्वस्त करने में अशोक सिंह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। सिंधिया के गढ़ को भेदने के लिए ही अशोक सिंह को चुना गया है। इनके नामांकन से चंबल में नई शुरुआत होगी।
मध्य प्रदेश में मोहन यादव को मुख्यमंत्री यूपीऔर बिहार को देखकर बनाया गया है। अशोक सिंह ने इस अवसर पर कहा कि मैं केंद्रीय नेतृत्व का आभारी हूं जो मुझ जैसे छोटे कार्यकर्ता को राज्यसभा जाने का मौका दिया है। हालांकि, नामांकन के दौरान कमलनाथ, दिग्विजय सिंह जैसे वरिष्ठ नेताओं की अनुपस्थिति पर भाजपा ने सवाल उठाए हैं।
एल मुरुगन केंद्र में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय और सूचना और प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं। 7 जुलाई 2021 को उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया था। इससे पहले वे भाजपा की तमिलनाडु इकाई के प्रदेश अध्यक्ष थे। मुरुगन ने 2011 और 2021 में तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन हारे थे। हालांकि, मद्रास हाईकोर्ट में भारत सरकार के स्थायी वकील बने।
2017 में उन्हें राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया था। 12 मार्च 2020 को उन्हें भाजपा तमिलनाडु इकाई का प्रमुख बनाया गया। वह अरुंथथियार समुदाय से इस पद को संभालने वाले पहले व्यक्ति हैं। थावरचंद गहलोत को केरल का राज्यपाल बनाने के बाद रिक्त हुई सीट पर वे मध्य प्रदेश से ही राज्यसभा गए थे। उन्हें पार्टी ने दोबारा मध्य प्रदेश से ही मौका दिया है।
नर्मदापुरम जिले से आने वाली माया नारोलिया इस समय मध्य प्रदेश महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हैं। वह नगर पालिका की अध्यक्ष भी रही हैं। विधानसभा चुनावों में विधायक का टिकट पाने की तगड़ी दावेदार रही हैं। इस बार पार्टी ने उन्हें राज्यसभा भेजने का फैसला किया है। चार में से एक महिला प्रत्याशी को भेजकर भाजपा ने एक तरह से महिलाओं को राजनीति में आगे बढ़ाने के अपने संकल्प के प्रति प्रतिबद्धता भी दिखाई है।
उज्जैन के वाल्मीकि धाम आश्रम के पीठाधीश्वर हैं बाल योगी संत उमेशनाथ जी महाराज। अखिल भारतीय वाल्मिकी सनातन धर्म के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ ही वे वाल्मीकि समाज के बड़े संत हैं। उनके भक्त मध्य प्रदेश और राजस्थान में बड़ी संख्या में हैं। इनसे आशीर्वाद लेने संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी पहुंच चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर मोहन यादव तक बाबा के आश्रम जाते रहे हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी उमेशनाथ महाराज के अच्छे रिश्ते हैं।
मंदसौर जिले के बंसीलाल गुर्जर लंबे अरसे से भाजपा से जुड़े हैं। इस समय भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। गुर्जर की अपने समाज में भी अच्छी पकड़ मानी जाती है। इससे पहले भी दो-तीन मर्तबा गुर्जर का नाम पार्टी की ओर से राज्यसभा के लिए भेजा गया था। लेकिन तब मौका नहीं दिया गया था। पार्टी ने अब गुर्जर को अपना प्रतिनिधि बनाकर बुजुर्गों के सदन में भेजने का फैसला किया है।
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