अतिथी शिक्षकों का आंदोलन, सीएम हाऊस घेरने निकले पुलिस ने रोका

मध्यप्रदेश            Oct 02, 2024


मल्हार मीडिया भोपाल।

आज 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर पूरे मध्यप्रदेश के भोपाल पहुंचे अतिथि शिक्षक मुख्यमंत्री आवास तक न्याय यात्रा निकालने की तैयारी कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने रोक लिया। इसे लेकर पुलिस और अतिथि शिक्षकों के बीच झड़प भी हुई। पुलिस ने गोली चलाने का बोर्ड भी लगा दिया। अतिथी शिक्षकों के आदोलन को समर्थन देने जीतू पटवारी भी पहुंचे।

प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की कमी पूरी करने वाले के अतिथि शिक्षक नियमितीकरण की मांग को लेकर लगातार आंदोलित हैं। बुधवार को गांधी जयंती के मौके पर प्रदेश भर के अतिथि शिक्षक भोपाल पहुंचे और अंबेडकर मैदान पर अतिथि शिक्षक बड़ी संख्या में एकत्रित हुए हैं।

यहां से मुख्यमंत्री हाउस तक न्याय यात्रा निकालने की तैयारी कर रहे थे लेकिन पुलिस ने कुछ दूरी पर बैरिकेडिंग कर दी। इसे लेकर पुलिस और अतिथि शिक्षकों के बीच झड़प भी हुई।

पुलिस ने बैनर लगाकर प्रदर्शनकारियों के आंदोलन को गैरकानूनी बताकर गोली चलाने की चेतावनी भी दी। हालांकि कुछ ही देर बाद में बैनर से वो हिस्सा हटा दिया गया।

इस दौरान विदिशा से आई अतिथि शिक्षक रानी खान बेहोश हो गईं। वही एक दो और अतिथि शिक्षकों की तबीयत बिगड़ गई जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। अतिथि शिक्षकों के समर्थन में कांग्रेस पार्टी भी उतर आई है पीसीसी चीफ जीतू पटवारी धरना स्थल पहुंचे,वहीं कमलनाथ ने सोशल मीडिया से सरकार पर हमला बोला।

अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष केसी पवार ने कहा कि पिछली बार सरकार ने हमें गुमराह कर दिया था, हम उनकी बातों में आ गए थे। इस बार हम अपना स्थायीकरण लेकर जाएंगे।

यदि सरकार अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है तो हम आमरण अनशन पर बैठेंगे। हमारे साथ हजारों लोग भी बैठेंगे। मेरी तबीयत कुछ गड़बड़ लग रही है। यहां टैम्परेचर ज्यादा है, कई लोगों की तबीयत बिगड़ रही है। लेकिन, सरकार अभी तक आई नहीं है। जितनी जल्दी हो सरकार हमारी मांगों को सुने। हम वापस जाने वाले नहीं हैं।

अतिथि शिक्षकों के प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी पहुंचे। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए सरकार से मांगें पूरी करने की अपील की। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने  एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री जी से आग्रह करता हूं कि अतिथि शिक्षकों की मांगों को स्वीकार करें। यह मांगें और कुछ नहीं पिछली भाजपा सरकार के वादे हैं। चुनाव से पहले बीजेपी ने जो वादे किए थे उन्हें पूरा करें।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने महापंचायत की ये घोषणाएं

1- अतिथि शिक्षकों को पीरियड नहीं महीने के हिसाब से मानदेय दिया जाएगा।

2- एक साल के लिए पूरा अनुबंध होगा, जो हर साल आगे बढ़ाया जाएगा ।

3- शिक्षक भर्ती 25% का आरक्षण था, उसे बढ़ाकर 50% किया जाएगा।

4- हर महीने एक निश्चित तारीख पर मानदेय मिलने की व्यवस्था की जाएगी।

5- पात्रता परीक्षा लेकर अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की दिशा में योजना बनाई जाएगी।

6- साल के बीच में कोई गैप नहीं होगा,ना तो किसी अतिथि शिक्षक की सेवा समाप्त की जाएगी।

 


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