मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश में नर्सिंग और पैरामेडिकल के एससी एसटी और ओबीसी विद्यार्थियों का पिछले चार वर्षों से स्कॉलरशिप नहीं मिलने के कारण विद्यार्थी पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं।
छात्र संगठन द्वारा पूर्व में कई बार मुख्यमंत्री, नर्सिंग काउंसिल भोपाल, ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन स्कॉलरशिप की समस्या का स्थाई समाधान नहीं किया गया।
मंगलवार 25 फरवरी को फिर से सैकड़ों विद्यार्थियों ने भोपाल के पॉलिटेक्निक चौराहा पर धरना प्रदर्शन किया और मंत्रालय में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
एनएसओ छात्र संगठन के अध्यक्ष गोपाल पाराशर ने बताया कि स्कॉलरशिप दिलवाने व मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर में स्थाई अधिकारियों व कर्मचारियों के 90 प्रतिशत पद रिक्त हैं।
इन रिक्त पदों पर नियुक्ति करने की मांग की गई, जिससे स्टूडेंट्स के एनरोलमेंट, परीक्षा रिजल्ट आदि कार्य समय पर हो सकें।
साथ ही मेडिकल यूनिवर्सिटी में नर्सिंग व पैरामेडिकल क्षेत्र के व्यक्तियों की अधिकारी पोस्ट पर नियुक्ति करने, 2025-26 सत्र की नर्सिंग काउंसिल भोपाल भोपाल से मान्यता व मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर से संबद्धता का कार्य समय पर पूर्ण करवाने की मांग की गई।
इससे आगामी सत्र लेट ना हो इनके अलावा छात्र हित की अन्य मांगों पर भी जल्द एवं उचित कार्यवाही करने की मांग की गई।
संगठन के प्रदेश महासचिव सुभाष कुशवाह व सचिव सचिन के अनुसार अधिकारियों द्वारा आगामी दिनों में स्कॉलरशिप व अन्य मांगों का निराकरण करने आश्वासन दिया है।
इसके साथ ही संगठन द्वारा जनरल वर्ग के ई.डब्ल्यू.एस. आरक्षण के दायरे में आने वाले गरीब विद्यार्थियों को भी स्कॉलरशिप प्रदान करने की मांग भी लगातार की जा रही है, लेकिन इस मामले पर भी सरकार ध्यान नहीं दे रही है।
सरकार को इस मामले पर भी ध्यान देना चाहिए जिससे गरीबी के अभाव में किसी भी विद्यार्थी पढ़ाई ना छोड़नी पड़े। लेकिन सरकार स्टूडेंट्स विरोधी कार्य करने में लगी हुई है।
गोपाल पाराशर ने कहा कि अगर संगठन द्वारा सौंपे गए ज्ञापन की छात्रहित की सभी मांगों पर जल्द एवं उचित कार्यवाही नहीं की जाती है, तो संगठन द्वारा फिर से भोपाल में सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर जंतर मंतर दिल्ली पर धरना प्रदर्शन किए जाएंगे।
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