दशकों बाद भी बरखा दत्त नहीं भूली हैं उस घटना को,अफसोस है सजा न दिलाने का(VIDEO)
मीडिया, वामा
Apr 14, 2016
मल्हार मीडिया।
रामनाथ गोयनका पुरस्कार से सम्मानित शीर्ष महिला पत्रकार बरखा दत्त ने जबसे अपने खिलाफ हुए यौन दुर्व्यवहार का खुलासा किया है, तबसे वह उन लाखों महिलाओं की प्रेरणा बन गई हैं जिन्हें इस तरह की घृणित हरकत के बावजूद समाज चुप रहने पर मजबूर कर देता है। बरखा दत्त ने इस बारे में अपनी किताब ‘दिस अनक्वाइट लैंड’ में यौन दुर्व्यवहार किए जाने का जिक्र किया है।
न्यूयॉर्क में हुई ‘Women in the World Summit’ में बरखा दत्ता ने इस बात पर खेद भी जताया कि वे आरोपी को कोर्ट तक नहीं ला सकीं। बरखा दत्त का कहना है कि 44 साल की होने के बाद भी वह इस घटना को भूली नहीं हैं और आज भी उस व्यक्ति का चेहरा अपनी आंखों में देख सकती हैं, जिसने बचपन में उनके साथ यौन दुर्व्यवहार किया था।
बरखा का कहना है कि उस घटना का समाज के सामने खुलासा करना बहुत बड़ा निर्णय था। वह भारत पर एक किताब लिख रही थीं और स्टोरी बताना चाहती थीं न कि खुद स्टोरी बनना।
बरखा ने बताया कि उनके दूर के एक रिश्तेदार जो कि उनके परिवार के साथ रहने के लिए आए थे, उन्होंने उसका यौन उत्पीड़न किया था। उस समय वह दस साल से भी छोटी थीं।
बरखा ने बताया कि उस समय वह अकेली पड़ गई थीं और काफी डरी हुई थीं। कम उम्र होने के कारण वह हर समय इस डर से घिरी रहती थीं कि कोई उनकी घात में छिपा खड़ा हुआ है और यह डर बड़े होने तक बना रहा
बरखा ने इस किताब में लिखा है, ‘दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान भी साथी छात्र ने उनके साथ दुष्कर्म की कोशिश की थी। इस बारे में मैंने वकीलों से भी सलाह ली थी जिस पर उन्होंने कहा था कि वे समय खराब कर रही हैं और उसे कोई सजा नहीं होने वाली।’
बरखा के अनुसार, वह व्यक्ति भी पत्रकारिता के पेशे का ही था, जब उन्होंने कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई किया, तो मैंने कंपनी के सामने एक ही शर्त रखी कि यदि यह व्यक्ति यहां जॉब पर रखेंगे तो वह काम नहीं करेंगी।’ इस पर कंपनी ने उनकी बात मान ली।
हालांकि बरखा को इस बात का खेद है कि वह उस व्यक्ति को कानूनी तौर पर सजा नहीं दिला सकीं। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने अब क्यों चुप्पी तोड़ी है, बरखा ने कहा, ‘मैं महिलाओं के बारे में निष्पक्ष रूप से कैसे लिख सकती हूं जब तक कि मैं अपने खिलाफ हुए अन्याय को नहीं बता सकती। यदि मैं अपने जीवन में घटित इस तरह की घटना को लेकर चुप्पी नहीं तोड़ूंगी तो मैं कैसे उन पीड़िताओं के बारे में लिख पाऊंगी, जो इस तरह की घटनाओं की शिकार हैं।’
यहां देखें विडियो:https://youtu.be/x6fz9H7D3Gw
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