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पाक चैनलों की खबरों को भारतीय गृहमंत्री ने बताया मॉर्फ्ड और झूठी

मीडिया            Sep 30, 2016


मल्हार मीडिया ब्यूरो। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारत के आठ जवानों के मारे जाने और एक को जिंदा बंधक बनाए जाने की खबरों को भारतीय सेना ने झूठा करार दिया है। भारतीय सेना से जुड़े शीर्ष सूत्रों ने एनडीटीवी से कहा, 'बुधवार देर रात सर्जिकल स्ट्राइक के लिए नियंत्रण रेखा के पार गया विशेष सैन्य दस्ता 'बिना किसी खरोंच' के वापस लौटा था'। सूत्रों ने कहा कि बस एक ही सैनिक को 'मामूली चोटें' आई हैं, वह भी नियंत्रण रेखा से वापस लौटते हुए भारतीय सीमा के अंदर रखे एक माइन पर पैर पड़ने की वजह से आई थी। सेना के अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी टीवी चैनल पर भारतीय हताहतों को लेकर दिखाई जा रही तस्वीरें 'मॉर्फ्ड और झूठी' हैं। वहीं रक्षा मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा बंधक बनाए गए महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाले भारतीय सेना के 22 वर्षीय जवान चंदु बाबूलाल चौहान अनजाने में पाक अधिकृत कश्मीर चले गए थे। उन्होंने कहा कि चौहान का सर्जिकल स्ट्राइक से कोई नाता नहीं था और उसे इस हमले के काफी बाद बंधक बनाया गया था। इससे पहले गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि पाकिस्‍तान द्वारा बंधक बनाए गए सैनिक को रिहा कराने के सभी प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं सेना के सैन्य अभियान इकाई के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने हॉटलाइन पर अपने पाकिस्तानी समकक्ष से बात कर चौहान को वापस करने की मांग की है। गौरतलब है कि भारतीय सेना के करीब 200 विशेष प्रशिक्षित जवान जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार 2 किलोमीटर तक गए और वहां आतंकियों के 7 लॉन्च पैड को तबाह कर दिया। गुप्त सूचना के मुताबिक, ये आतंकी भारत में घुसपैठ कर बड़े शहरों पर हमले की ताक में थे। पाकिस्तान ने हालांकि किसी भी तरह के सर्जिकल स्ट्राइक के दावे को खारिज करते हुए बस इतना माना कि नियंत्रण रेखा के पास चार इलाकों में बुधवार रात गोलीबारी हुई, जिसमें उसके दो सैनिक मारे गए, जबकि नौ अन्य घायल हो गए। वहीं पाकिस्तानी मीडिया ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के हवाले से कहा कि भारत को सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत देने चाहिए।


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