मिलिए इंडियन जूलियन असांजे से!
मीडिया, वीथिका
Aug 21, 2015
प्रकाश हिन्दुस्तानी
अगस्त यानी फ्रेंडशिप डे से डॉ प्रकाश हिंदुस्तानी ने अपने फेसबुक वॉल पर एक सीरीज शुरू की। उनके आॅनलाईन फ्रेंड्स में से हर रविवार एक दोस्त से उसकी खूबियों के साथ रूबरू करा रहे हैं। मल्हार मीडिया के पाठक भी अब डॉ.हिंदुस्तानी खजाने से हर शनिवार मिलेंगे एक से एक नगीनों से। क्या पता ये आपके लिये प्रेरणा का कारण बन जायें। इस बार मिलिये इंडियन जूलियन असांजे याने अंकित फडिया से
12 की उम्र में उसने अपनी निजी वेबसाइट बना ली थी (18 साल पहले, जब भारत में इंटरनेट अपनी शुरुआत में था), 13 की उम्र में उसे एक नौकरी का प्रस्ताव मिल गया था, 14 की उम्र में उसकी पहली किताब बाज़ार में आ गई थी। (The Unofficial Guide to Ethical Hacking, जिसकी 10,00,000 से ज्यादा प्रतियां बिक चुकी हैं।) 15 का होते होते उसे एक सेलेब्रिटी का दर्ज मिल चुका था। 25 में वह खुद के नाम पर शैक्षणिक संस्थान खोल चुका था और अब तक उसका संस्थान करीब 50 ,000 लोगों को डिप्लोमा-डिग्री पा चुके हैं। अभी वह केवल 30 साल का है।
अल कायदा के खिलाफ साइबर वार में यू एस की सरकार ने जब भारत से संपर्क किया, तब इसी शख्स ने साइबर कॉप बनकर अमेरिका की मदद की थी। आतंकी सोशल मीडिया पर तस्वीरों के माध्यम से संदेशों का आदान-प्रदान किया करते थे, जिसे Stegeanography कहा जाता है। अंकित ने वे कूट संदेसे खोजने में मदद की थी। अंकित फाडिया है ही ऐसी शख्सियत! डीपीएस दिल्ली और स्टेनफोर्ड में पढाई करनेवाले अंकित ने मैनेजमेंट साइंस की पढाई की है, कंप्यूटर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के रूप में। 13 की उम्र में जब उसने एक कंप्यूटर -पत्रिका की वेबसाइट हैक कर ली थी, तब उस पत्रिका ने ही उसे नौकरी का प्रस्ताव दे दिया था, लेकिन जब संपादक को पता चला कि वह बच्चा है, तब उसे नौकरी के लिए 5 साल इंतज़ार करने के लिए कहा गया, ताकि वह बालिग हो जाए। आज वे हैदराबाद की नेशनल पुलिस अकेडमी में प्रशिक्षण देने भी जाते हैं।
अंकित जो भी करते हैं वह कानून के दायरे में है, क्योंकि वे कानून और सरकार की मदद करते हैं; यह बताकर कि इंटरनेट पर सुरक्षा में कोई खामी तो नहीं रह गई? कल्पना कीजिये कि किसी बैंक का सारा का सारा डाटा गायब हो जाए तो क्या होगा? भारत सरकार के सारे काम ऑनलाइन नहीं हैं इसलिए भारत में वैसा कोई खातर नहीं है, जैसा कि यूएस में है। वहां तो ट्रैफिक लाइट तक इंटरनेट की मदद से चलती है और आतंकी ट्रैफिक सिग्नल बंद करके खतरा और बढ़ा सकते हैं।
दुनिया में इंटरनेट हैकिंग करनेवाले कई गिरोह हैं। इनमें मुख्य हैं : 'ग्रे हेयर', 'ब्लैक हैट', 'एंटी इण्डिया क्रू', 'जी फ़ोर्स' आदि। 'व्हाइट हैट' ग्रुप भी है जो अपराधियों को पकड़ने में मदद करता है। पाकिस्तान और चीन की सरकारों ने हजारों हैकर्स को तैनात कर रखा है जिनका काम भारत की प्रमुख वेबसाइट को ठप करना है। भारत ने भी ऐसा ही कुछ कर रखा है शायद !
चलते चलते : इथिकल हैकर अंकित फाडिया की वेबसाइट भी एक बार हैक हो चुकी है , अब वे चुनौती देते हैं कि कोई उनकी वेबसाइट हैक कर ही नहीं सकता। आप ट्रॉय करके देख सकते हैं।
अंकित से DIGI NEWS के दफ्तर में पहली मुलाकात हुई थी। DIGI NEWS पर इनका इंटरव्यू आप यहाँ देख सकते हैं :https://www.youtube.com/watch?v=fVnjLgm98lE
आप #AnktFadia की वेबसाइट के लिए यहाँ विजिट करें:
http://www.ankitfadia.in/
डॉ.प्रकाश हिंदुस्तानी के फेसबुक वॉल से
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