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Wed, 9 July 2025

सुलझ सकती है कलबुर्गी पनसारे की हत्या की गुत्थी दाभोलकर हत्याकांड में सीबीआई को मिली पहली सफलता

मीडिया            Jun 11, 2016


मल्हार मीडिया ब्यूरो। अंधविश्वास के खिलाफ अभियान चलाने वाले तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के सिलसिले में सीबीआई को पहली सफलता हाथ लगी है। सीबीआई ने इस हत्या के सिलसिले में पहली गिरफ़्तारी करते हुए वीरेन्द्र सिंह तावड़े नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है। तावड़े को हिंदू जनजागृति समिति नामक संगठन का सदस्य बताया जा रहा है। तावड़े की गिरफ्तारी को कन्नड़ लेखक कलबुर्गी और वामपंथी नेता गोविंद पनसारे की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए भी काफी अहम् माना जा रहा है। गौरतलब है कि तावड़े को पनवेल से कल देर रात गिरफ्तार किया गया और उसे आज पुणे की एक विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। सीबीआई के प्रवक्ता देवप्रीत सिंह ने बताया कि सीबीआई टीम ने दाभोलकर की हत्या के मामले की जांच के संबंध में वीरेन्द्र सिंह तावड़े को गिरफ्तार किया है। बता दें कि जनजागृति समिति का संबंध गोवा की सनातन संस्था से है। सनातन संस्था पहले ही पनसारे की हत्या की जांच के दायरे में है। तावड़े की गिरफ़्तारी के बाद सीबीआई कलबुर्गी और पनसारे की हत्या की गुत्थी के सुलझने की भी उम्मीद जता रही है। बता दें कि फोरेंसिक जांच में पहले ही सामने आ चुका है कि कलबुर्गी, पनसारे और दाभोलकर की हत्या में जिन कारतूसों का इस्तेमाल किया गया था वे आपस में मेल खाते हैं। इन तीनों की हत्या में 7.65 एमएम के कारतूसों का इस्तेमाल किया गया था। कन्नड लेखक कलबुर्गी की हत्या के बाद महाराष्ट्र एटीएस द्वारा गिरफ्तार सनातन संस्था के सदस्य समीर गायकवाड़ से कर्नाटक पुलिस ने सांगली में पूछताछ की थी। पुलिस को उम्मीद थी कि कलबुर्गी और सामाजिक कार्यकर्ता दाभोलकर की हत्या में भी इसी गिरोह का हाथ हो सकता है, हालांकि इससे सम्बंधित कोई ठोस सबूत बरामद नहीं हुआ। समीर को ही पनसारे हत्याकांड में भी गिरफ्तार किया गया था। समीर से मिली जानकारी के आधार पर कर्नाटक पुलिस ने एक महिला समेत 4 लोगों को हिरासत में लिया था। आरोपी तावड़े मुंबई के एक हॉस्पिटल में बतौर ईएनटी स्पेशलिस्ट 15 साल से काम कर रहा है। तावड़े ने दाभोलकर के खिलाफ एक प्रोटेस्ट मार्च में भी हिस्सा लिया था। सीबीआई को सनातन संस्था के सदस्य सारंग अकोलकर के घर छापेमारी के दौरान तावड़े के शामिल होने की जानकारी मिली थी। ये दोनों ईमेल के जरिए एक दूसरे से कॉन्टैक्ट में थे। 2009 में गोवा में हुए ब्लास्ट मामले में सारंग का नाम सामने आया था। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में तीन और संदिग्धों को सीबीआई जल्द ही गिरफ्तार कर सकती है। बता दें कि दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को दिनदिहाड़े गोली मारकर की गई हत्या के मामले की जांच मुंबई हाईकोर्ट ने मई 2014 में सीबीआई को सौंप दी थी। इस हत्या पर कई जानेमाने लोगों ने रोष व्यक्त किया था साथ ही कई लेखकों और अन्य हस्तियों ने कथित असहिष्णुता के विरोध में अपने पुरस्कार भी लौटा दिए थे।


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