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हारा हुआ सेठ सलाहकार पत्रकारों को नौकरी से निकालने की धमकी दे रहा है

मीडिया            Aug 08, 2016


prakash-hindustaniडॉ.प्रकाश हिंदुस्तानी। राजेन्द्र माथुर साहब और इन्दौर प्रेस क्लब को लेकर वायरल हुई मेरी इस फेसबुक पोस्ट ने कमाल दिखाया। सैकड़ों मित्रो ने इसे फेसबुक के साथ ही व्हाट्स ऐप कॉपी पेस्ट करके शेयर किया, जिसका नतीजा यह हुआ कि प्रेस क्लब चुनाव में करोड़ों खर्च करनेवाले की हार हो गई। 7 अगस्त को राजेन्द्र माथुर का जन्मदिन था और 7 अगस्त को ही इन्दौर प्रेस क्लब के चुनाव थे। माथुर साहब इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष भी रह चुके थे। इस बार प्रेस क्लब चुनाव में काँटे की टक्कर थी। लग रहा था कि मुकाबला बेहद संघर्षपूर्ण है। यह चर्चा थी कि क्या राजेन्द्र माथुर के ज़माने में संस्था की जो प्रतिष्ठा थी, वह थोड़ी बहुत भी बचेगी या नहीं। इन्दौर प्रेस क्लब के सदस्यों को वायरल हो चुकी इस पोस्ट ने झकझोर कर रख दिया। कई पुराने पत्रकार सक्रिय हो गए और प्रेस क्लब चुनाव के परिणाम ही बदल गये. schreenshot-press-club-matter प्रेस क्लब चुनाव में मैदान में आये कुछ 'गैर पत्रकारों' ने इस पोस्ट का काफी मज़ाक भी बनाया। इस पोस्ट को व्हाट्स ऐप पर शेयर करते हुए कई लोगों ने लिखा कि क्या अब क्या उन्हें ही पत्रकार माना जाएगा जो राजेन्द्र माथुर की शक्ल पहचानते हैं? कई ने तो यह भी लिखा कि प्रेस क्लब का नया नियम -- जो राजेंद्र माथुर की तस्वीर नहीं पहचानेगा, उसे सदस्य नहीं बनाया जाएगा। इस तरह की फूहड़ बातों से भी असली पत्रकार नाराज थे और वे भी मतदान के पहले अपना मन बनाकर जा चुके थे। अब चुनाव में शिकस्त पा चुका सेठ अपने अखबार के उन 45 पत्रकारों को नौकरी से निकालने की धमकी दे रहा है, जिन्हें वह सलाहकार मानता था। यह अच्छी बात नहीं होगी कि किसी भी पत्रकार की नौकरी खाई जाए। चुनाव ख़त्म हुआ, जो जीते वे बधाई के पात्र हैं और जो न जीत पाए, वे भी सक्रियता के लिए बधाई के पात्र हैं। यह भी अच्छी बात नहीं है कि कल तक जो 'अखबार' बढ़ चढ़कर प्रेस क्लब की खबरें छापते थे, नतीजा ही गुल कर गए. इससे यही साबित होता है कि खबरें मालिकों की सनक पर छपती हैं। यह शर्मनाक है! कई मित्रों ने जानना चाहा है कि राजेन्द्र माथुर साहब का यह फोटो कब का है ? यह फोटो मार्च 1983 में खिंचवाया गया था, जब वे नवभारत टाइम्स के सम्पादक बने थे। यही फोटो उन्होंने बेनेट, कोलमैन एंड कंपनी के एच आर विभाग में जमा कराया था। मैंने टाइम्स ऑफ़ इण्डिया की लाइब्रेरी से यह फोटो मेरी वेबसाइट पर उनके लेख के साथ शेयर किया है, जो उन्हीं को समर्पित है। शुक्रिया मित्रो


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