रायपुर से अनिरूद्ध दुबे।
साइबर अपराधी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। इस बार कुछ नहीं तो रायपुर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे को ही अपने निशाने पर ले लिए।
एक मोबाइल वाट्स अप नंबर की डीपी में कलेक्टर की फोटो लगाकर 50 हजार की मांग भी की गई तो किससे, एक पत्रकार से!
मामला पुलिस के संज्ञान में आया और उक्त फर्जी नंबर ब्लॉक करवा दिया गया। इससे पहले मंत्रालय में बड़े पद पर पदस्थ एक आईएएस अफ़सर के नाम से भी फर्जी मोबाइल नंबर तैयार कर लिया गया था और इधर उधर से बड़ी रकम की मांग की जा रही थी।
उस नंबर को भी पुलिस ने बंद करवाया था। हाल ही में प्रमोद गुप्ता नाम के पुलिस अफसर के नाम पर एक फर्जी फेसबुक एकाउंट बन गया था।
फर्जी एकाउंट बनाने वाला मैसेंजर के माध्यम से प्रमोद के मित्रों से हजारों रुपये की मांग कर रहा था।
कुछ वर्षों पहले विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत के नाम से फर्जी फेसबुक एकाउंट बन गया था। थाने में इसकी शिकायत हुई थी।
झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस जब रायपुर सांसद थे उनके फेसबुक एकाउंट को किसी ने हैक कर लिया था और वह भड़काऊ सामग्री डाल रहा था।
बाद में वह हैकर पकड़ में आ गया था।
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