मल्हार मीडिया डेस्क।
टेलीविजन की दुनिया में एक बार फिर टीआरपी (टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट्स) की होड़ शुरू हो गई है। दरअसल, ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) इंडिया ने 17 माह बाद न्यूज चैनल्स के लिए टीआरपी रेटिंग फिर से शुरू कर दी है।
इसके साथ ही न्यूज चैनल्स अपने-अपने तरीके से खुद को इंडस्ट्री में सबसे आगे भी बताने लगे हैं। आज तक ने हिंदी न्यूज चैनल्स में सबसे बड़ी बाजार हिस्सेदारी का दावा किया है। वहीं, टाइम्स नाउ ने खुद को अंग्रेजी न्यूज चैनल्स का सबसे बड़ा लीडर बताया है।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक हिंदी न्यूज चैनल्स में आज तक की बाजार हिस्सेदारी 24.9 फीसदी है। इसके बाद TV9 भारतवर्ष 22.85 फीसदी और रिपब्लिक भारत 19.4 फीसदी हिस्सेदारी के साथ टॉप 3 की सूची में हैं।
अंग्रेजी श्रेणी में, टाइम्स नाउ ने 30 फीसदी बाजार हिस्सेदारी हासिल की है, इसके बाद रिपब्लिक टीवी 29 फीसदी और इंडिया टुडे 12 फीसदी पर है। यह डेटा चार-सप्ताह के रोलिंग एवरेज पर आधारित है।
हालांकि, हिंदी न्यूज चैनल TV9 भारतवर्ष ने 5 मार्च से 11 मार्च के सप्ताह के लिए खुद के शीर्ष पर रहने का दावा किया है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी आज तक से 14.8 फीसदी आगे है। टीवी9 भारतवर्ष और टीवी9 न्यूज नेटवर्क के सीईओ बरुण दास ने अपने चैनल की सफलता पर कहा कि बार्क रेटिंग से वही पता चलता है जो कुछ लोग छिपाना चाहते थे।
ज्ञातव्य है कि BARC ने अक्टूबर 2020 में कथित टीआरपी (टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट्स) घोटाला विवाद के बाद टेलीविजन न्यूज चैनल की रेटिंग को जारी करना रोक दिया था। मुंबई पुलिस का आरोप है कि जिन घरों में मॉनिटर लगाए गए थे, उन्हें प्रभावित करके रेटिंग में हेराफेरी की जा रही थी।
बार्क द्वारा दिए जाने वाले दर्शकों के अनुमानों से विज्ञापन का खर्च प्रभावित होता है। यही वजह है कि टीआरपी रेटिंग को लेकर चैनल्स के बीच होड़ लगी रहती है।
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