मल्हार मीडिया ब्यूरो।
अफगानिस्तान के बगलान प्रांत में रविवार को आतंकवादियों ने छह भारतीयों सहित सात लोगों को का अपहरण कर लिया। अधिकारियों ने कहा कि अगवा लोगों को छुड़ाने के लिए वार्ता जारी है।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अपहरण की घटना बाग-ए-शामल गांव में हुई।
बगलान के गवर्नर अब्दुलहई नेमती ने कहा कि अगवा किए गए लोग भारतीय कंपनी केईसी में काम करते हैं। अगवा किया गया सातवां व्यक्ति अफगानिस्तान का है।
नेमती ने कहा कि तालिबान ने इन लोगों का अपहरण किया है और इन्हें पुल-ए-खुमरी सिटी के डंड-ए-शहाबुद्दीन इलाके में भेज दिया है।
उन्होंने कहा कि तालिबान से संपर्क किया गया है। तालिबान प्रतिनिधियों ने कहा कि उन्हें लगा था कि सातों अफगान सरकार के कर्मचारी हैं।
नेमती ने कहा कि वे जनजातीय नेताओं की मदद से सातों लोगों को छुड़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, यह घटना तब हुई जब कर्मचारी उस इलाके का दौरा कर रहे थे, जहां कंपनी को एक बिजली का सब स्टेशन स्थापित करने के लिए ठेका मिला है।
अफगानिस्तान में स्थानीय लोगों का फिरौती के लिए अपहरण आम बात है। ज्यादातर अफगानिस्तानी लोगों का ही अपहरण होता है लेकिन विदेशी कामगार भी निशाना बनते हैं।
साल 2016 में भारतीय एड वर्कर जूडिथ डिसूजा का काबुल में अपहरण हुआ था। उन्हें चालीस दिन बाद छोड़ा गया।
अफगानिस्तान में रविवार को छह भारतीयों के अपहरण के बाद भारत, अफगानिस्तान के अधिकारियों के संपर्क में है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, "हम भारतीय नागरिकों के अफगानिस्तान के बगलान प्रांत से अपहरण की घटना से अवगत हैं। हम अफगानिस्तान अधिकारियों के संपर्क में हैं और आगे के विवरणों का पता लगाया जा रहा है।"
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अफगानी नागरिक और छह भारतीयों को बगलान के बाग-ए-शामल गांव से अगवा कर लिया गया। सभी अगवा लोग भारतीय कंपनी केईसी के कर्मचारी हैं।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, यह घटना तब हुई जब कर्मचारी उस इलाके का दौरा कर रहे थे, जहां कंपनी को एक बिजली का सब स्टेशन स्थापित करने के लिए ठेका मिला है।
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