सिल्क्यारा टनल के हीरो रेट माइनर के घर पर चला बुल्डोजर, बेटे को पीटने का भी आरोप

राष्ट्रीय            Feb 29, 2024


मल्हार मीडिया ब्यूरो।

उत्तराखंड के सिल्क्यारा टनल में पिछले साल नवंबर में 41 मजदूर फंस गए थे। उन मजदूरों को रैट माइनर्स की मदद से बाहर निकाला गया था। इन रैट माइनर्स में से एक वकील हसन भी थे, जो दिल्ली में रहते हैं।

28 फरवरी को दिल्ली विकास प्राधिकरण ने वकील हसन के अवैध घर को गिरा दिया। हसन ने कहा- मुझे समझ नहीं आ रहा कि मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है। हमने इतना अच्छा काम किया, लेकिन बदले में घर उजाड़ दिया गया है। मैं अपने बच्चों को कहां ले जाऊंगा। जीविका कमाना बहुत मुश्किल है, मैं घर कैसे खरीदूंगा? हमारे लिए एकमात्र विकल्प मरना है।

उन लोगों ने हमें पुलिस स्टेशन भेज दिया। मेरे बच्चों, मेरी पत्नी और मुझे पुलिस स्टेशन में रखा गया। मेरे बेटे को पीटा गया और वह घायल हो गए है। पूरी दुनिया हमारी प्रशंसा कर रही है। उत्तराखंड सरकार ने हमें 50,000 रुपए दिए थे, लेकिन आज के समय में यह कुछ भी नहीं है।

दिल्ली विकास प्राधिकरण ने बुधवार को पूर्वोत्तर दिल्ली के खजूरी खास इलाके में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। जिसके तहत हसन का घर भी तोड़ दिया गया।

हसन ने न्यूज एजेंसी PTI से कहा, घर तोड़ने से पहले उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया था। हमने सिल्क्यारा सुरंग से 41 लोगों को बचाया और बदले में यह मिला। पहले, मैंने अधिकारियों और सरकार से यह घर मुझे देने का अनुरोध किया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

हसन ने आगे कहा, आधी रात के आसपास कुछ DDA अधिकारी आए और मुझे और मेरे परिवार को वसंत कुंज के एक गेस्ट हाउस में रहने की पेशकश की। इसके साथ ही DDA अधिकारियों ने उनसे यह भी कहा था कि गोविंदपुरी इलाके में जल्द ही एक घर उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन मैंने उनके प्रस्ताव को मना कर दिया, क्योंकि आश्वासन मौखिक था।

वकील हसन के घर तोड़ने वाले मामले पर प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया X पर लिखा- वकील हसन ने अपनी जान जोखिम में डालकर उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों की जान बचाई थी। तब अपने प्रचार के लिए भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं ने उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं थीं।

जब प्रचार खत्म हो गया तो आज उसी वकील हसन को थाने में बंद कर दिया और उनका घर तोड़कर उनके बच्चों के सिर से छत छीन ली। गरीबों का घर तोड़ना, उन्हें कुचलना, प्रताड़ित और अपमानित करना - यह अन्याय ही भाजपा के अन्यायकाल की सच्चाई है। जनता इस अन्याय का जवाब जरूर देगी।

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने भी सोशल मीडिया पर घर गिराने की आलोचना की। ओवैसी ने लिखा- किसी भी सभ्य समाज में उन्हें राष्ट्रीय नायक का दर्जा दिया जाता, पर शायद उनका नाम वकील हसन है, इसलिए मोदी राज में उनके लिए सिर्फ बुलडोजर, एनकाउंटर वगैरह मुमकिन है।

 

भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने गुरुवार को कहा कि नियम-कानून के चलते वकील हसन का घर गिराया गया। हमने आश्वासन देते हैं कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत जल्द घर दिलाया जाएगा।

जब हमने उन्हें सम्मानित किया, तो उन्होंने मेरे सामने यह मुद्दा उठाया था। लेकिन जब हम इस मामले की तह तक पहुंचे, तो कुछ कानूनी अड़चने थीं। भाजपा नेता ने कहा कि हसन का नाम PMAY के लाभार्थियों की सूची में शामिल किया जाएगा और उन्हें बहुत जल्द एक घर दिया जाएगा।

 

 

 

 


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