डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी।
फिल्मी गीता का सार - टाइगर जिंदा है। टाइगर अमर है। टाइगर को कोई मार नहीं सकता। टाइगर को अग्नि प्रज्जवलित नहीं कर सकती। टाइगर को पानी गला नहीं सकता। टाइगर को वायु उड़ा नहीं सकती, क्योंकि टाइगर, ‘टाइगर' है। जिस तरह भारत सरकार ने ‘सेव टाइगर' प्रोजेक्ट चलाया है, वैसे ही बॉलीवुड ने भी अभियान चलाया है सेव टाइगर। बॉलीवुड का टाइगर चार पांव का नहीं, दो पांव का है और उसका नाम सलमान खान है। अगर आप थिएटर में ज्यादा दिमाग लगाने की जहमत नहीं उठाएं तो फिल्म पैसा वसूल करा देती है।
5 साल पहले एक था टाइगर आई थी, जिसमें लगा था कि टाइगर खत्म हो गया। देश के जंगलों में यूं भी टाइगर कम होते जा रहे हैं। बॉलीवुड ने अब टाइगर बचने का अभियान छेड़ा है। इसीलिए टाइगर तो जिंदा है, इसमें टाइगर की एक्शन देखने को मिलेगी। इसका निर्देशन अली अब्बास जफर ने किया है। पिछली फिल्म के निर्देशक कबीर खान थे। अली अब्बास जफर फिल्म में भाई और भौजाई के एक्शन, एक्शन, एक्शन है। प्रेम के नाम पर देश प्रेम की चाशनी थोड़ी बहुत है।
टाइगर जिंदा है सलमान खान और कैटरीना कैफ की फिल्म है। सलमान के ज्यादा कैटरीना कैफ की कम। दोनों के एक्शन सीन जबरदस्त हैं और इन दोनों के अलावा बाकी कलाकार है। खानापूरी करते नज़र आते पूरी करते हुए नजर आते हैं, जिनमें गिरीश कर्नाड भी शामिल हैं। फिल्म के एक्शन हीरो और एक्शन हीरोइन हैं सलमान और कैटरीना कैफ। हीरो भारत का जासूस, हीरोइन पकिस्तान की। मकसद दोनों का एक, रॉ और आईएसआई का मेल।
इंटरवल में फिल्म समीक्षक जयप्रकाश चौकसे जी से मुलाकात हुई। वे फिल्म से संतुष्ट नजर नहीं आए। इशारों-इशारों में कहा कि खराब फिल्म लगी। मैंने कहा कि मुझे तो मजा आ रहा है। मैं दर्शक की तरह फिल्म देखता हूं, फिल्म समीक्षक नहीं हूं।
‘टाइगर जिंदा है' में एक्शन है, एक्शन है और एक्शन है। इसके अलावा प्रेम के थोड़े बहुत दृश्य हैं, लेकिन वह प्रेम देशप्रेम बन गया है। भारतीयों के लिए भारतीय झंडे से प्रेम और पाकिस्तानी लोगों का पाकिस्तान के झंडे से। थोड़ा बहुत ड्रामा भी है फिल्म भी है और काफी धमाकेदार सीन हैं। अच्छी लोकेशन हैं और मधुर गाने हैं। आस्ट्रिया की बर्फीली वादियों में शानदार एक्शन सीन हैं, जिनमें टाइगर एक साथ कई खूंखार भेड़ियों से लड़ता नज़र आता है। इस तरह कुल मिलाकर यह फिल्म पैसा वसूल है।
Comments