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फिल्म समीक्षा:ब्रह्मास्त्र किसी भी भाषा में देखो पर थ्री डी में देखो

पेज-थ्री            Sep 09, 2022


डॉ. प्रकाश हिंदुस्तानी।

जूनी-पुरानी केसरिया 'लव स्टोरियों' और शानदार वीएफएक्स का संयोग है ब्रह्मास्त्र (पार्ट 1 )  ! माइथोलॉजिकल फैंटेसी एडवेंचर फिल्म !

अगर आप इसे थ्री डी  में देखते हैं तब तो पैसे वसूल हैं वरना यह फिल्म किसी  टॉर्चर  से कम नहीं!  करीब 400 करोड़ की यह फिल्म वीएफएक्स के लिए ही याद की जाएगी।

ज़्यादातर रुपया उसी पर खर्च किया गया है और बाकी अमिताभ बच्चन, रणबीर कपूर, श्रीमती आलिया कपूर, शाहरुख़ खान, नागार्जुन, डिम्पल कपाड़िया और मौनी रॉय आदि पर!

इस फिल्म का असली हीरो इसके जादुई विजुअल इफेक्ट्स ही हैं जिसके आगे आरआरआर और बाहुबली के वीएफएक्स भी फीके लगेंगे।
कहानी वही चूं चूं का मुरब्बा है!  ग़रीब हीरो, अमीर हीरोइन। पहली नज़र का प्यार ! बिना बात के गाने, बिना बात के डांस!

शानदार लोकेशन हैं मुंबई, दिल्ली, हिमाचल और कजाने कहाँ-कहाँ की!  फिल्म का नाम ब्रह्मास्त्र है तो उसे धर्म और शास्त्र से तो जोड़ना ही था।  

इसलिए फिल्म में वाराणसी भी है।  फिल्म में वाराणसी बहुत ही ज़्यादा सुन्दर दिखाया गया है।  

किसी विज्ञापन की तरह ! फिल्म में जो हिमाचल प्रदेश दिखाया है, वह बुल्गारिया है!
रणबीर को डांस आता है, उससे डांस करा लिया गया। आलिया सुन्दर है, उसे गुड़िया बनकर सजा दिया गया। अमिताभ को कमर्शियल फिल्मों में ऐं-वें रोल का अच्छा अनुभव है है।  इसमें भी वे ऐं-वें रोल में हैं।  

मौनी रॉय यहाँ नागिन की तरह  है, उस बेचारी खलनायिका के सौंदर्य का कोई उपयोग नहीं किया गया क्योंकि उसके लिए आलिया थी ही।  

विशेष भूमिका देकर शाहरुख़ से भी ओवर एक्टिंग करवा ली गई और दक्षिण में कामयाबी के लिए नागार्जुन को भर्ती किया गया। डिम्पल का भी छोटा-सा रोल है।
कहानी के नाम पर फिल्म में हिन्दू पौराणिक कथाओं, ब्राह्मणों, गुरुओं, पुरा शक्तियों आदि के नाम पर काल्पनिक किस्से हैं, जिसका ऐलान शुरू के डिस्क्लेमर में है ही।  एक डायलॉग है - 'लाइट एक ऐसी रोशनी है जो...'!

इसके अलावा चुटीले वन लाइनर हैं जैसे हीरोइन पूछती है  -'आप कौन हैं?' तब हीरो पूछता है -आप क्या हैं?

यह साइंस फिक्शन फिल्म वीएफएक्स समेत टेक्नोलॉजी के प्रयोग से अनूठी बनी है।

यही इसकी जान है। यह हिन्दी, तमिल, तेलुगू, मलयालम और कन्नड़ में लगी है।फिल्म निर्माण में जुटी दुनिया की दिग्गज कंपनियां इस फिल्म से जुड़ी  हैं और उनका पैसा इसमें लगा है। 

इसे किसी भी भाषा में देखो पर थ्री डी में देखो, तभी असली मजा है।  

 

 

 

 



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