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फिल्म समीक्षा:एनआरआई के लिये बनी फिल्म जब हैरी मेट सेजल

पेज-थ्री            Aug 05, 2017


डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी।
जब हैरी मेट सेजल शाहरुख खान की सर्वश्रेष्ठ फिल्म नहीं है और न ही अनुष्का की। इम्तियाज अली की भी नहीं। फिल्म शुरू होते ही समझ में आ जाता है हरिन्दर सिंह मेहरा उर्फ हैरी की सेजल जवेरी से शादी होगी। भारत में शादी ब्याह की फिल्में खूब चलती हैं। अगर फिल्म के नाम में दुल्हन या दुल्हनिया जैसे शब्द आ जाएं, तो एक बड़ा वर्ग उसे देखने पहुंच जाता है। वैसे भी यह फिल्म एनआरआई लोगों के लिए बनी है, इसीलिए इसका हीरो पंजाबी और हीरोइन गुजराती है। ये दोनों ही कम्युनिटी विदेश में बहुलता से हैं।

फिल्म के बहाने निर्देशक ने छह देशों की यात्रा करा दी। खूबसूरत लोकेशन्स दिखाई। कहानी की विषयवस्तु ही ऐसी चुनी, जिसमें दिलचस्पी बनी रहे। ऊपर से पंजाबी गानों का तड़का और गुजराती लटके-झटके। इम्तियाज अली की यह फिल्म जब वी मेट की तरह दर्शकों को बांधे रखने में उतनी सफल नहीं लगती। फिल्म में कभी जब वी मेट की झलक नजर आती है, तो कभी दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे की। डियर जिंदगी में शाहरुख खान आलिया भट्ट के साथ थे पर उसमें आलिया भट्ट उनकी प्रेमिका नहीं थी। यह बात सच है कि प्रेम में कोई उम्र नहीं होती, लेकिन दर्शकों के लिए तो होती है।

शाहरुख खान की कंपनी रेड चिलीस का यह प्रोडक्शन बहुप्रचारित है। रिलीज होने के पहले ही फिल्म ने टीवी और म्युजिक राइट्स के जरिये लागत निकाल ली थी। फिल्म की लागत का एक तिहाई खर्च विज्ञापन पर खर्च किया जा रहा है। शाहरुख खान लंबे-लंबे डायलॉग बड़ी सहजता से बोल जाते है। अनुष्का का रोल एक ऐसी गुजराती लड़की का है, जिसमें कोई गहराई नहीं है। 1989 में हॉलीवुड में हैरी मेट सैली नामक फिल्म बनी थी, जिसे विश्व सिनेमा की बेहतरीन रोमांटिक फिल्मों में गिना जाता है। शाहरुख खान की यह फिल्म उससे अलग है और दिलचस्प घटनाक्रम को लेकर बढ़ती है।

टुरिस्ट गाइड बने शाहरुख खान केवल शुरू में ही गाइड का काम करते दिखते हैं, जिसमें वे पर्यटकों से कहते हैं कि उनसे कुछ भी पूछा जा सकता है, सिवाय दीपिका पादुकोण के मोबाइल नंबर के। वे पंजाबी सिंगर बनने की लालसा लेकर कनाडा जाते हैं और हालात उन्हें टूरिस्ट गाइड बनने पर मजबूर कर देते हैं। उन्हें पंजाब के अपने खेतों और परिवार के बहुत याद आती है और भूतपूर्व गर्लफ्रेंड की भी। फिल्म के अंत में वे वापस पंजाब पहुंच जाते है, लेकिन दूसरी गर्लफ्रेंड के साथ। गुजराती अनुष्का शर्मा अपने रिश्तेदारों से फोन पर जय श्री कृष्ण की जगह जेएसके बोलती है, तो अटपटा लगता है।

पहले इसे प्रोडक्शन नंबर 52 के नाम से ही बनाया गया था, बाद में रिंग, रहनुमा, रोला आदि नामों पर चर्चा हुई और अंत में रणबीर कपूर के दिए जब हैरी मेट सेजल नाम को अंतिम किया गया। भारत के अलावा छह देशों में इस फिल्म की शूटिंग की गई। 143 मिनिट की फिल्म में 22 मिनिट के गाने हैं और शाहरुख खान को पसंद करने वाले लोग उन गानों को पसंद करेंगे।

एनआरआई लोगों को यह फिल्म पसंद आएगी, क्योंकि इस फिल्म में मोहब्बत को उसी चश्मे से दिखाया गया है। पूरी फिल्म में तीन ही विशेषताएं है, शाहरुख खान, अनुष्का शर्मा और लोकेशन्स। प्रीतम का संगीत औसत है, फिल्म के दो गाने लोकप्रिय भी हुए। राखी के पहले लगने वाली यह फिल्म साफ-सुथरा हल्का-फुल्का मनोरंजन उपलब्ध कराती है।

 



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