मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने आज कहा कि अगर मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधानसभा चुनाव जीती तो हम बजरंग दल पर प्रतिबंध नहीं लगाएंगे। बजरंग दल में कुछ अच्छे लोग भी हो सकते हैं, लेकिन हम दंगों या हिंसा में शामिल किसी को भी नहीं छोड़ेंगे।
मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन करने की बात कही थी। जिसको लेकर देशभर में बीजेपी और बजरंग दल के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कर्नाटक में सभा के दौरान कहा था कि यह वही कांग्रेस है, जिसने पहले श्रीराम को ताले में बंद किया.. अब बजरंग बली को बंद करने की बात कह रहे हैं।
दिग्विजय सिंह बुधवार को भोपाल में माता मंदिर चौराहे पर अवंती बाई लोधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे। मीडिया ने हिंदुत्व को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा- मैं प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने भारतीय संविधान की शपथ ली है या हिंदू राष्ट्र की।
हिंदू राष्ट्र के बयान पर कमलनाथ को घेरने की बीजेपी की कोशिशों पर दिग्विजय बोले- कमलनाथ का बयान मीडिया ने गलत तरीके से बताया है। कमलनाथ ने कभी इस बारे में बात नहीं की, जो आप लोग और भाजपा कह रही है।
दरअसल, छिंदवाड़ा में कथा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री के भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के ऐलान की खबर पर कमलनाथ ने कहा था- धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र की बात नहीं की। उन्होंने सर्वधर्म की बात कही है। हिंदू राष्ट्र बनाने की बात क्या है, यहां 82% हिंदू ही तो हैं। यह हिंदू राष्ट्र है, कहने की क्या आवश्यकता है? यह तो आंकड़े बताते हैं।
भाजपा के मध्यप्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने बातों ही बातों में कमलनाथ पर निशाना भी साध लिया और इस्तीफा भी मांग लिया। वर्तमान में कांग्रेस में पुत्रमोह की महाभारत छिड़ी हुई है।
दिग्विजय सिंह अपने और कमलनाथ अपने पुत्र को स्थापित करने में जुटे हैं। ऐसे में दिग्विजय सिंह ने तुष्टीकरण की राजनीति के विरुद्ध कमलनाथ पर इशारा करते हुए उनसे इस्तीफा मांगा है। चुनाव आते ही कांग्रेस को मंदिर याद आता है, हिंदुत्व याद आता है, यह कांग्रेसियों को ही नहीं भाता है। यही उनकी सच्चाई है।
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