मल्हार मीडिया ब्यूरो।
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों का माहौल चरम पर है टिकट की आस में नेता एक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी ज्वाइन कर रहे हैं, मगर हर किसी के लिए ये राह आसान नहीं है।
ये इस बात से साबित होता है कि पिछले दिनों शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा से भाजपा विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने पार्टी से इस्तीफा देकर इस उम्मीद में कांग्रेस ज्वाइन की थी कि उन्हें वहां शिवपुरी से टिकट मिल जायेगा, लेकिन उनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
कांग्रेस की 144 उम्मीदवारों की सूची जारी होते ही नाराजगी, इस्तीफों और विरोध प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया हैं, कहीं प्रत्याशियों का विरोध है तो कहीं नेता नाराज है कि उसकी बरसों की तपस्या पर पार्टी नेतृत्व ने ध्यान नहीं दिया, इस बीच शिवपुरी जिले से भी एक बड़ी खबर सामने आई है।
शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने पिछले दिनों पार्टी नेतृत्व पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए भाजपा से इस्तीफा से दिया था, दरअसल रघुवंशी कोलारस छोड़कर शिवपुरी विधानसभा से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन चूँकि शिवपुरी से यशोधरा राजे चुनाव लडती आई है तो वहां ऐसा संभव नहीं था तो रघुवंशी ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली।
विधायक रघुवंशी को उम्मीद थी कि कांग्रेस उन्हें शिवपुरी से उम्मीदवार बनाएगी लेकिन जब पहली सूची बाहर आई तो उसमें विधायक वीरेंद्र रघुवंशी की उम्मीदों पर पानी फिर गया, पार्टी ने शिवपुरी सीट से पूर्व मंत्री केपी सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
टिकट कट जाने के बाद विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के अब दर्द छलक आया है, उन्होंने एक वीडियो बनाकर अपनी बात रखी है, रघुवंशी ने शिवपुरी की जनता को संबोधित करते हुए नवरात्रि की शुभकामनायें और जय श्रीमान के उद्घोष के साथ बात शुरू की, उन्होंने कहा कि आप सभी को मालूम है कि मेरा जीवन संघर्षों से गुजरा लेकिन ये संघर्ष मैंने सदैव आप सब के विकास और सेवा के लिए किए है।
वर्तमान में मुझे कुचक्रों के जाल में फंसाया गया है। मुझे उम्मीद है कि शीर्ष नेतृत्व निश्चित रूप से ध्यान देगा क्योंकि ईश्वर इन कुचक्रों से हमेशा आप और हमें निकालता रहा है।
विधायक ने आगे कहा कि आप लोगों के सैड़कों-हजारों टेलीफोन-कॉल्स आ रहे है, लेकिन मैं उनका जवाब नहीं दे पा रहा हूँ। लेकिन आपके प्रेम स्नेह के लिए आभारी हूँ। वीरेंद्र रघुवंशी ने जनता से कहा कि आप धैर्य बनाये रखें , निश्चित रूप से शीर्ष नेतृत्व विचार मंथन के बाद हमें सेवा का अवसर अवश्य देगा।
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