मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश कांग्रेस से पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा को लेकर गुरुवार को भोपाल में मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि ईवीएम बीजेपी का जनादेश है, जनता का नहीं। अमेरिका, कनाडा, जर्मनी में ईवीएम से वोटिंग बंद कर दी गई, तो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में ईवीएम क्यों नहीं बंद की जा जा रही? क्या बीजपी आम जनता के वोट से डरती है? भाजपा कहती है कि हम विकास कराते हैं। देश को आगे ले जाते हैं तो फिर ईवीएम को ही क्यों ढाल बना रही है।
सिंघार ने दोपहर में अपने निवास पर मीडिया से चर्चा की। उन्होंने कहा कि अब तक जितने भी चुनाव हुए हैं, उसमें पोस्टल बैलेट का रुझान जिस पार्टी की ओर रहा है, उसी पार्टी की सरकार बनती रही है। पहली बार ऐसा हुआ है कि बीजेपी की जीत हुई है। पोस्टल बैलेट में उसे कम वोट मिले हैं। उन्होंने पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल द्वारा ईवीएम के परिणामों के बाद चुनाव ही नहीं लड़ने के बयान पर कहा कि चुनाव नहीं लड़ेंगे, तो सब बाहर हो जाएंगे। चुनाव लड़ना चाहिए। सिंघार ने लाड़ली बहना योजना के इम्पैक्ट को नकारते हुए कहा कि बार-बार लाड़ली लक्ष्मी की बात होती है तो यह योजना धार, झाबुआ और अलीराजपुर में क्यों नहीं चली। यहां कांग्रेस को ज्यादा सीटें मिली हैं।
सिंघार ने हार की समीक्षा बैठक को लेकर कहा कि इसकी जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है। इसमें हार के कारणों की समीक्षा होगी। हार की समीक्षा के साथ लोकसभा चुनाव की तैयारियों में पार्टी जुट गई है। इसलिए पार्टी इसकी समीक्षा कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं में कई जगह सामंजस्य की कमी रही है। इसका भी ध्यान रखे जाने की जरूरत है कि इसमें सुधार हो।
सिंघार ने दिग्विजय सिंह से मुलाकात पर कहा कि शिष्टाचार मुलाकात हुई है। उनका काफी बड़ा दिल है। एक सवाल के जवाब में सिंघार ने कहा कि आज तक पार्टी में पद नही मांगा है। चुनौतियों से लड़ना काम है, चुनौतियों से लड़ते रहे हैं। उन्होंने कहा कि परिवार में सब लोग एक हो जाएं तो जीत होना बड़ी बात नहीं है। पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा करने की जरूरत है।
चुनाव के काले धन के इस्तेमाल को लेकर सिंघार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश का काला धन वापस लौटाने की बात कही थी तो वह तो आया नहीं है। भाजपा का काला धन इस चुनाव में जरूर आया है। प्रदेश के नए मुख्यमंत्री को लेकर सिंघार ने कहा कि यह बीजेपी का अंदरूनी मामला है। वैसे आरएसएस जैसा चाहेगी वैसा कैंडिडेट होगा।
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