मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश की नवगठित 15 वीं विधानसभा का पहला सत्र आज सोमवार को नवनिर्वाचित विधायकों की शपथ के साथ शुरू हो गया।
आज 228 विधायकों की शपथ हुई। विधायक मालिनी गौड़ देरी से सदन पहुंची और विधायक यशोधरा राजे सिंधिया नहीं आईं। इसलिए उनकी शपथ की कल संभावना है।
प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना ने विधायकों को शपथ दिलाना शुरू किया। यह सिलसिला दूसरे दिन भी चलेगा। शपथ के बाद विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) पद के लिए चुनाव होगा।
इसके बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण होगा। 10 जनवरी को सदन में 18 हजार करोड़ रुपए का अनुपूरक भी पेश किया जाएगा।
सदन में सुबह जैसे ही वंदेमातरम् का गायन समाप्त हुआ, कार्यवाही शुरू होने के पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खड़े होकर प्रोटेम स्पीकर चयन के मुद्दे पर अपनी आपत्ति दर्ज करा दी।
उनकी आपत्ति को संसदीय कार्यमंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने यह कहकर खारिज कर दिया कि प्रोटेम स्पीकर के रूप में दीपक सक्सेना को राज्यपाल शपथ दिला चुकी है, इसलिए चौहान की आपत्ति का कोई औचित्य नहीं।
चौहान का कहना था कि परंपरा यह रही है कि सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्यों को यह दायित्व दिया जाता है, लेकिन यह परंपरा तोड़कर दीपक सक्सेना को नियुक्त किया गया।
जबकि गोपाल भार्गव, केपी सिंह एवं बिसाहूलाल सिंह जैसे वरिष्ठ सदस्य मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि वरिष्ठता के चलते लोकसभा में मुख्यमंत्री कमलनाथ स्वयं प्रोटेम स्पीकर रह चुके हैं। चौहान की आपत्ति पर भाजपा के डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी सहमति जताई, लेकिन डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि आपत्ति वैधानिक नहीं है।
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