मल्हार मीडिया ब्यूरो।
कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के नवनियुक्त अध्यक्ष कमलनाथ के पदभार ग्रहण समारोह में मंगलवार को कार्यकर्ताओं ने उत्साह दिखाकर नेताओं को भी जोश से भर दिया। कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमले बोले और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से 14 साल के शासनकाल का हिसाब मांगा। कमलनाथ और चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुवाई में निकले रोड शो में कांग्रेस नेताओं ने एक खुले रथ पर सवार होकर एकजुटता प्रदर्शित की। छोटे ट्रक पर महासचिव दिग्विजय सिंह, प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व मंत्री सुरेश पचौरी और चार कार्यकारी अध्यक्ष सवार थे।
कांग्रेस का यह रोड शो हवाईअड्डे से शुरू हुआ और पार्टी दफ्तर तक पहुंचने में उसे छह घंटे से ज्यादा लग गए। हवाईअड्डे से कार्यालय की दूरी महज 18 किलोमीटर है। इस पूरे रास्ते में कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए थे ओर नेताओं के स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ी।
इस बीच एक स्थानीय समाचार चैनल ने यह प्रचारित करने का प्रयास किया कि प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव पद छिनने से नाराज हैं और इसलिए उन्होंने रोड शो से खुद को अलग रखा, लेकिन यह बात झूठ साबित हुई।
दिल्ली से भोपाल पहुंचे कमलनाथ ने कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर पदभार संभाला और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि अब वादों का वक्त नहीं रहा, बल्कि अब उनका अपने कार्यकाल का हिसाब देने का समय है।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "राज्य में हर वर्ग का बुरा हाल है, मैंने इससे पहले राज्य के ऐसे हालात कभी नहीं देखे हैं, शिवराज की कलाकारी वाली राजनीति अब नहीं चलने वाली। उनके लिए अब वादे करने का समय नहीं बचा है, बल्कि उन्हें इस बात का हिसाब देना चाहिए कि राज्य में उनकी सरकार ने क्या किया है।"
कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे पार्टी के हित में कार्य करने में जुट जाएं। कार्यकर्ता ही कांग्रेस की सबसे बड़ी ताकत हैं। प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है। जनता राज्य को भाजपा और देश को मोदी से मुक्त कराना चाहती है।
उन्होंने कहा, "राज्य का हर वर्ग परेशान है। नौजवान भटक रहा है, किसान और व्यापारी दुखी हैं, महिलाएं असुरक्षित हैं, आज जो भीड़ जमा हुई है, वह जनता की आवाज उठा रही है।"
उन्होंने कहा, "राज्य की जनता की आवाज है- भाजपा हटाओ, प्रदेश बचाओ। राज्य में बदलाव की हवा चल रही है और बदलाव तय है।"
कमलनाथ मंगलवार सुबह वरिष्ठ नेताओं के साथ भोपाल पहुंचे। पदभार संभालने के बाद वह यहां पार्टी जनों व पार्टी विधायकों के साथ बैठक करेंगे और आगली रणनीति तय करेंगे। कमलनाथ चार दिन के प्रदेश प्रवास पर हैं।
चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ के पदभार ग्रहण समारोह में सत्ताधारी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि 'कोई धर्म या हिंदू धर्म भाजपा की बपौती नहीं है, हिंदू धर्म हिंदुस्तान का धर्म है। हिंदुस्तान वह है, जिसने चार धर्मो को जन्म दिया है।'
उन्होंने कहा कि देश में सांप्रदायिक सद्भाव, धर्मनिरपेक्षता और मेलजोल के भाव को बचाए रखना सिर्फ कांग्रेस का नहीं, बल्कि देश के हर नागरिक का कर्तव्य है।
उन्होंने कहा, "राज्य के युवा, महिलाएं, मजदूर सभी परेशान हैं और वे इस सरकार को उखाड़ फेंकना चाहते हैं। अब वर्तमान सरकार की रवानगी का क्रम शुरू हो गया है।"
सिंधिया ने आगे कहा, "यह आगाज है, भाजपा की सरकार की रवानगी का। अब तय हो चुका है कि मध्यप्रदेश में नौजवान, किसान और महिलाओं की सरकार बनेगी। इसलिए भाजपा की रवानगी तय है।"
कमलनाथ सहित कई अन्य नेता विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के आवास पर भी गए और पार्टी पदाधिकारियों के मिलन समारोह में भी शामिल हुए।
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