मल्हार मीडिया ब्यूरो।
कांग्रेस ने यहां मंगलवार को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया बैलगाड़ी पर सवार होकर मुख्यमंत्री निवास की ओर बढ़े, मगर उन्हें रास्ते में ही रोक दिया गया। कांग्रेस के प्रदेश मीडिया प्रभारी मानक अग्रवाल ने आईएएनएस को बताया कि कमलनाथ, सिंधिया के अलावा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा सहित अनेक नेता बैलगाड़ी पर सवार होकर पार्टी दफ्तर से मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़े, तो पुलिस बल ने कांग्रेसजनों को अपेक्स बैंक से आगे नहीं जाने दिया। एसडीएम वहां आकर ज्ञापन ले गए।
कमलनाथ ने कहा, "यह सरकार पंद्रह साल में आमजन को राहत देने में नाकाम रही है, इसलिए जनता ने इसे उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है।"
वहीं, सिंधिया ने कहा कि राज्य की सरकार के खिलाफ हर वर्ग में बेहद आक्रोश है, आगामी विधानसभा चुनाव में यह नजर आएगा और इस सरकार का जाना अब तय है। किसान, नौजवान, महिलाएं हर कोई असुरक्षित है, उसे अपना हक नहीं मिल रहा है। हक मांगने सड़क पर उतरता है तो उस पर लाठी और गोली बरसाई जाती है।
इस रैली में हिस्सा लेने पहुंचे कांग्रेस की दतिया इकाई के उपाध्यक्ष सुनील तिवारी ने बताया कि प्रदर्शन में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
उन्होंने कहा, "हमारे कार्यकर्ताओं को जगह-जगह बैरिकेड लगाकर रोकने की कोशिश की गई। सरकार और प्रशासन का यह रवैया पूरी तरह अलोकतांत्रिक है। सरकार पूरी तरह दमनकारी नीति अपना रही है।"
कांग्रेस का कहना है कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के लिए केंद्र के साथ राज्य सरकार भी जिम्मेदार है। एक तरफ केंद्र कच्चे तेल के दाम कम होने के बावजूद आमजन को राहत नहीं दे रही है, वहीं राज्य सरकार वैट और दीगर कर लगाकर आम आदमी पर बोझ बढ़ रही है। कांग्रेस की मांग है कि राज्य सरकार को वैट सहित अन्य करों को खत्म कर देना चाहिए, जिससे प्रदेशवासियों को सस्ता पेट्रोल-डीजल मिल सके।
Comments