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कार्यसमिति बैठक में बोले शिवराज,जो मंत्री आ नहीं सकते वे इस्तीफा दें

राज्य            Apr 22, 2017


मल्हार मीडिया।
मध्यप्रदेश के धार जिले के मोहनखेड़ा में आयोजित दो दिवसीय भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का आज समापन हुआ। सीएम शिवराज सिंह चौहान अपने समापन भाषण में धार जिला भाजपाईयों को बधाई दी। सीएम ने मोहनखेड़ा का जिक्र करते हुए कहा कि यह एक तीर्थ स्थल है। धार ने सिद्ध कर दिया कि यह कुशाभाऊ ठाकरे की जन्म स्थली है। सीएम ने अपने भाषण में कई मुद्दों का जिक्र किया। साथ ही कहा कि हमारी सोच दीनदयाल उपाध्याय का विचार है, हम सेवक हैं।

उन्होंने कहा कि जो मंत्री बैठक में नहीं आ सकते वे इस्तीफा दे दें। कार्यसमिति की बैठक में जो नहीं आए उनका हिसाब किया जाएगा। भाजपा की दो दिवसीय कार्य समिति की बैठक पार्टी के तहत काफी अहम बैठक थी जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई है। वहीं जो मंत्री बैठक में शामिल नहीं हुए उन्हें हटाने के संकेत मुख्यमंत्री ने दिये यह बात प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमारसिंह चौहान ने भी स्वीकार की है। बैठक खत्म होने के बाद प्रेस वार्ता करते हुए नंदकुमारसिंह चौहान ने कहा की बैठक में आगामी समय के संगठात्मक रचना तय की गई है। बैठक में कई निर्णय लिये गये हैं। हर मण्डल में एक उपवन लगेगा जहां भाजपा का हर कार्यकर्ता पेड़ लगायेंगे। वहीं चौहान ने कहा कि यह प्रदेश कार्य समिति की बैठक थी जिसमें कुछ मंत्री अनुपस्थित रहे कुछ ने वजह बताई थी लेकिन कुछ बिना सूचना के अनुपस्थित रहे हैं, उनसे चर्चा की जायेगी।

इसके साथ ही सीएम ने राजमाता पर बनी फिल्म जाकर देखने की अपील करते हुए कहा कि राजमाता के जीवन पर बनी फिल्म को प्रदेश मे टैक्स फ्री किया है। वह अकेले माधवराव सिंधिया की माता नही थी, राजमाता सिंधिया लोकमाता थी। इसके साथ ही आप सब भी उन पर अभिनीत फिल्म जरुर जाकर देखें।

सीएम ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि ज्योतिरादित्य जैसे व्यक्ति की बात करे तो लोकमाता से मिलाने की बात मत करना। ज्योतिरादित्य सिंधिया स्वार्थी है। वह ट्रस्टों की जमीन का व्यवसायिक उपयोग कर रहे हैं। इसके साथ ही सीएम ने जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप भी लगाया कहा ऐसे लोगो को कभी अपने साथ नहीं मिलाना।

भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की मोहनखेड़ा बैठक के दूसरे दिन डॉ आम्बेडकर के विचारों को राष्ट्रवाद से जोडा गया। आम्बेडकर जयंती के जरिए दलितों तक पहुंचने के अनुभव और तरीके बताए गए। मुख्यमंत्री ने पार्टी के प्रति कर्तव्य निष्ठा और समर्पण के लिए दो मंडल अध्यक्षों का स्वागत किया। उल्लेखनीय है कि यह दोनों मंडल अध्यक्ष दिव्यांग हैं।

इसके साथ ही सीएम ने नर्मदा सेवा यात्रा के समापन पर पीएम मोदी के आगमन को लेकर कहा की यह कार्यसमिति नरेंद्र मोदी जी का अभिनंदन करती है। साथ ही उनके द्वारा लगातार लिए जा रहे फैसलों को लेकर कहा की यह कार्यसमिति उनके फैसलों को लेकर उनका अभिनंदन करती है।

कांग्रेस पर वार करते हुए सीएम ने कहा की हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष कहते है, की 96 दिन दौरा करूँगा और एक पार्टी ऐसी है कि उनके अध्यक्ष तो दूर उपाध्यक्ष का तक का अता-पता नही है, अब पूर्ण विजय का समय है। बिना नाम लिए राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए सीएम ने कहा की उनके नेता को कार्यकर्त्ता ढूढंते रहते हैं और वो विदेश मे घूमते हैं।

पीएम द्वारा लिए गए लाल बत्ती के फैसले पर सीएम ने कहा की कुछ लोगों के लिए लाल बत्ती स्टेटस सिंबल बन गई है। कई बार कार्यकर्ता मेरे पास आये बोले लाल बत्ती दे दो। नेता अपने जलजले के लिए लाल बत्ती का उपयोग करते थे। कई नेता सुहास जी के पास आते हैं, प्रदेश अध्यक्ष के पास आते हैं, मेरे पास आते हैं कि लाल बत्ती दे दो। ये लाल बत्ती है क्या इसके साथ ही सीएम ने कहा कि लाल बत्ती और VIP कल्चर दोनों ही अंग्रेजों की देन है।

सीएम शिवराज ने यूपी सीएम योगी की तर्ज पर प्रदेश के मंत्रियों से भी गुटखा ना खाने की अपील की। दूसरे दिन सीएम ने मंच से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान को गुटखा खाने पर टोका तो उन्होंने मंच से तंबाकू छोड़ने की घोषणा कर दी।

प्रदेश कार्य समिति की बैठक में आगामी चुनाव की रणनीति बनाई गई है। जानकारी के अनुसार प्रत्येक कार्यकर्ता तक रणनीति की सूचना आगामी दिनों में पहुंचाई जायेगी। भाजपा ने इस बार दो सौ पार नारे पर भी मंथन किया है। बताया जा रहा है कि आने वाले चुनाव को लेकर पार्टी ने अभी से ही कार्य करना शुरू कर दिया है। प्रत्येक कार्यकर्ता तक बैठक में हुए निर्णय पहुंचाया जाना भी तय हुआ है।

आज बैठक को संबोधित करते हुए जिस तरह से मुख्यमंत्री ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर टिप्पणी की उससे यह साफ-साफ लगता है की अब भाजपा को सिंधिया का डर सताने लगा है। बैठक में अटेर चुनाव की हार पर भी मंथन हुआ है। कांग्रेस की और आगामी चुनाव की कमान ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथों में देने के संकेत भी हुए थे जिसको लेकर भाजपा में खलबली मचना शुरू हो गई है। अपने संबोधन के दौरान जिस तरह से सीएम ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को कौसा उससे यह तय हो गया है की भाजपा को अब सिंधिया का डर सताने लगा है।



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