ओम प्रकाश।
जोफ्रा आर्चर मुंबई इंडियंस के लिए आईपीएल डेब्यू कर रहे हैं, वह मुंबई की टीम में 22 नंबर की जर्सी में दिखेंगे।
साल भर पहले जोफ्रा और उनकी जर्सी को लेकर लिखा था, जो दोस्त फेसबुक पर बाद में जुड़े हैं यह उनके लिए है।
बारबाडोस के दक्षिण तटीय इलाके ओस्टिन्स बीचसाइड की मछली मंडी से थोड़ी दूर पर क्राइस्ट चर्च फाउंडेशन स्कूल है जहां जोफ्रा आर्चर ने शुरुआती पढ़ाई की।
बचपन में जोफ्रा अपने सौतेले पिता पैट्रिक वेथे के साथ रोज यहीं पर क्रिकेट खेला करते थे। इस दौरान वह टेप बॉल से गेंदबाजी करते।
जोफ्रा को तेज गेंदबाज बनने की प्रेरणा इसी स्कूल से मिली। बिग बर्ड के नाम से मशहूर वेस्टइंडीज के पूर्व तूफानी गेंदबाज जोएल गार्नर क्राइस्ट चर्च फाउंडेशन स्कूल की उपज थे।
क्राइस्ट चर्च फाउंडेशन स्कूल के क्रिकेट कोच नाह्मो विन का कहना है कि जब यहां मैं पहली बार आया तो उस समय जोफ्रा आर्चर विकेटकीपर थे।
वह लेग स्पिन गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी भी किया करते थे।
विन कहते हैं कि जब 2010 में जोफ्रा आर्चर छुट्टियों के बाद वापस आए तो वह थोड़ा बड़े हो गए थे, मैंने उनसे कहा कि वह तेज गेंदबाज बनने की कोशिश करें।
इसके बाद हमने गति बढ़ाने की कोशिश की जिसका नतीजा बेहतर रहा।
जोफ्रा में तेज गेंदबाज बनने के सभी गुण थे, छह महीने के भीतर वह 80 मील प्रति घंटे की रफ्तार के आसपास बॉलिंग करने लगे।
साल 2010 में वेस्टइंडीज में आईसीसी टी-20 विश्व कप का आयोजन हुआ। तब जोफ्रा आर्चर ने स्कूल ब्वॉय के तौर पर केनसिंग्टन ओवल में इंग्लैंड को टी-20 विश्व कप जीतते देखा था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज क्रेग कीस्वेटर ने 39 गेंदों पर 63 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी।
इस इनिंग्स के चलते फाइनल में उन्हें प्लेयर ऑफ मैच के खिताब से नवाजा गया।
शुरुआती दिनों में जोफ्रा आर्चर इंग्लैंड के विकेटकीपर कीस्वेटर को अपना रोल मॉडल मानते थे।
जोफ्रा की तमन्ना थी कि वह कीस्वेटर की तरह विकेटकीपर बल्लेबाज बनें।
यही वजह रही कि जोफ्रा शुरुआत में विकेटकीपर थे इसके अलावा वह लेग स्पिन बॉलिंग भी करते थे।
जोफ्रा ने अंडर 19 क्रिकेट के कुछ मैच वेस्टइंडीज के लिए खेले। इसके बाद 2015 में वह इंग्लैंड आ गए।
साल 2016 में वह काउंटी टीम ससेक्स से जुड़ गए। जोफ्रा आर्चर को इंग्लैंड लाने में सबसे ज्यादा योगदान क्रिस जॉर्डन का रहा।
जॉर्डन का ताल्लुक भी बारबाडोस से हैं, इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम में खेलने के अलावा जॉर्डन इंग्लिश काउंटी ससेक्स के लिए खेलते हैं।
जब साल 2019 में जोफ्रा आर्चर को इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम
टीम में शामिल किया गया तब उन्होंने 22 नंबर की जर्सी पहनने का फैसला किया। ऐसे बहुत लोग होंगे जो यह नहीं जानते होंगे कि जोफ्रा ने आखिर 22 नंबर की जर्सी क्यों चुनी? दरअसल यह पहले ही बताया जा चुका है कि वह क्रेग कीस्वेटर को अपना आदर्श मानते हैं। कीस्वेटर ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर के दौरान 22 नंबर की जर्सी पहनी थी।
ऐसा नहीं है कि जोफ्रा ने सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ही 22 नंबर की जर्सी पहनी है। कीस्वेटर के वह कितने बड़े दीवाने हैं इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि जब जोफ्रा 2016 में ससेक्स के लिए काउंटी क्रिकेट खेलना शुरू किया तब उन्होंने 22 नंबर की जर्सी पहनी थी।
काउंटी क्रिकेट में वह आज भी इसी नंबर की जर्सी पहनते हैं।
एक खिलाड़ी अपने आदर्श को हमेशा अपने अंदर महसूस करता है। जोफ्रा भले ही कीस्वेटर के साथ न खेले हों लेकिन वह मैदान पर 22 नंबर की जर्सी पहनकर उनके प्रति अपना सम्मान प्रकट करते हैं।
इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम में आने से पहले उन्होंने फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेली. इस दौरान वह बांग्लादेश प्रीमियर लीग, बिग बैश लीग, पाकिस्तान सुपर लीग और इंडियन प्रीमियर लीग में शिरकत कर चुके थे।
खास बात यह है कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट के दौरान भी आर्चर ने 22 नंबर की ही जर्सी पहनी।
साल 2018 में जोफ्रा आर्चर आईपीएल में पहली बार राजस्थान रॉयल्स की टीम से जुड़े। टीम में आने के बाद आर्चर के अलावा किसी दूसरे खिलाड़ी ने 22 नंबर की जर्सी नहीं पहनी। आर्चर 2021 तक राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा रहे।
हाल में आईपीएल 2022 के लिए खिलाड़ियों की नीलामी हुई। मुंबई इंडियंस ने 8 करोड़ की भारी भरकम राशि खर्च कर जोफ्रा को अपने दल में शामिल किया।
मुझे ठीक से याद नहीं है कि 2008 से लेकर 2021 तक मुंबई इंडियंस के किन खिलाड़ियों ने आईपीएल के दौरान 22 नंबर की जर्सी पहनी. इतना तय है कि 2018 से लेकर 2021 आईपीएल तक मुंबई इंडियंस के किसी खिलाड़ी ने 22 नंबर की जर्सी नहीं पहनी है।
करीब 15-16 महीने बाद 2023 में जब आईपीएल खेला जाएगा तब आर्चर 22 नंबर की जर्सी में मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए दिखाई देंगे।
नोट- कीस्वेटर की तरह जोफ्रा भी टैटू गुदवाने के शौकीन हैं।
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