ओम प्रकाश।
साल 2007 में एक ओवर में 6 छक्के खाने वाले स्टुअर्ट ब्रॉड पिछले 16 साल से लगातार इंग्लैंड के लिए खेल रहे हैं. जबकि लगातार 6 छक्के मारने वाले युवराज सिंह का करियर 17 साल रहा.
ब्रॉड अभी कुछ साल और खेलेंगे. युवराज अब रिटायर्ड क्रिकेटरों के टूर्नामेंट में यदा-कदा दिखते हैं जबकि स्टुअर्ट ब्रॉड का इंटरनेशनल क्रिकेट में जलवा कायम है.
वह टेस्ट क्रिकेट में आज भी इंग्लैंड की अग्रिम पंक्ति के गेंदबाज हैं. ब्रॉड के एक ओवर में जब छह छक्के लगे तब वह टी-20 वर्ल्ड कप 2007 में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.
ईसीबी ने ब्रॉड पर भरोसा बनाए रखा और बाद में उन्हें टी-20 टीम का कप्तान भी बनाया.
जरा सोचिए अगर स्टुअर्ट ब्रॉड भारत के लिए खेल रहे होते तो 2007 उनके करियर का आखिरी साल होता. कोई भी भारतीय कप्तान एक ओवर में छह छक्के खाने वाले बॉलर का समर्थन नहीं करता.
ज्यादातर भारतीय कप्तानों की मानसिकता कमजोर रही है. आईपीएल 2023 में कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज रिंकू सिंह ने गुजरात टाइटंस के बॉलर यश दयाल के एक ओवर में 5 छक्के लगाए थे.
उसके बाद टीम के कप्तान हार्दिक पंड्या ने यश दयाल को प्लेऑफ में पहुंचने के बाद ही मौका दिया. जबकि फाइनल में उन्हें फिर बाहर कर दिया. यह तब हुआ जब आईपीएल सट्टे से सनी क्रिकेट प्रतियोगिता है.
तेज गेंदबाजों को कैसे सुरक्षित रखा जाता है हमें इंग्लैंड से सीखना चाहिए?
बीसीसीआई को अपने सीम बॉलर्स के प्रति दूरदर्शिता लानी होगी. बोर्ड को उनमें भरोसा दिखाना होगा. जिस उम्र में स्टुअर्ट ब्रॉड टेस्ट क्रिकेट में नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं उस उम्र में भारतीय पेसर कब का रिटायर हो जाता.
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