मल्हार मीडिया ब्यूरो।
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने और घुटने की चोट के कारण डेढ़ साल तक कुश्ती से दूर रहने के बाद विनेश फोगाट ने राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप में 55 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर शानदार वापसी की है.
इंडियन एक्सप्रेस अनुसार अगस्त में हुई घुटने की सर्जरी के बाद वापसी कर रहीं 29 वर्षीय फोगाट ने 55 किलोग्राम वर्ग में एक भी अंक विपक्षी पहलवान को नहीं दिया, क्वार्टर फाइनल में हरियाणा की तमन्ना के खिलाफ मजबूत डिफेंस दिखाया और फाइनल में मध्य प्रदेश की ज्योति के खिलाफ सिर्फ दो मिनट में फाउल से जीत दर्ज की.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, सीनियर राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप का आयोजन रविवार को जयपुर में भारतीय ओलंपिक संघ की एडहॉक समिति द्वारा कराया गया था, जिसमें फोगाट अधिक भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने उतरी थीं. उन्होंने फाइनल मुकाबले में ज्योति को 4-0 से हराया.
इससे पहले वह 50 किलोग्राम वर्ग में 2018 में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीती थीं और 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों में 53 किलोग्राम भार वर्ग में खेली थीं.
फोगाट चैंपियनशिप में रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (आरएसपीबी) का प्रतिनिधित्व कर रही थीं.
इंडियन एक्सप्रेस केअनुसार, फोगाट ने कहा कि उन्होंने मुकाबले में केवल 50 फीसदी प्रयास लगाए क्योंकि वह थोड़ा सावधानी बरत रही थीं.
उन्होंने कहा, ‘मैं एक ऑपरेशन के बाद लौट रही हूं, इसलिए थोड़ा डर था. यह मेरे लिए परीक्षा की तरह था. मैं अच्छा महसूस कर रही हूं. मैं सही रास्ते पर हूं. यह ओलंपिक का साल है, उम्मीद है कि मैं फिट और स्वस्थ रहूं और अपने देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दूं.’
55 किग्रा भार वर्ग के पदक समारोह के बाद साक्षी मलिक और विनेश ने एक साथ तस्वीरें खिंचवाईं. भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों में ये दोनों ही पहलवान मुखरता से उतरी थीं.
विनेश ने बाद में खेल के कठिन दौर के बाद पहलवानों को पदक जीतते देखकर मिलने वाली खुशी के बारे में बात की.
विनेश ने कहा, ‘कई सीनियर पहलवान घायल थे. वे मुकाबले में नहीं थे. वे अब वापस आ रहे हैं. रवि (दहिया) ने भी (फ्रांस ग्रां प्री में) भाग लिया और अच्छा प्रदर्शन किया है. मैं यहां जीत गई हूं, अंशु यहां जीत गई है. हम चाहते हैं कि पहलवान हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलें. ओलंपिक में हमारी टीम जितनी बड़ी होगी, उतना ही बेहतर होगा.’
विनेश की जीत पर बृजभूषण के खिलाफ लड़ाई में उनके साथ रहे बजरंग पुनिया ने भी एक्स (पूर्व में ट्विटर) उन्हें बधाई दी.
विनेश ने कहा, ‘मैंने साल की शुरुआत में प्रतियोगिता को जीत के साथ समाप्त किया है जो एक सकारात्मक संकेत है. अब मैं अपनी ट्रेनिंग बढ़ाऊंगी. मुझे लगता है कि अगली प्रतियोगिता में मैं और अधिक खुलकर खेलूंगी.’
दो बार की विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता ने कहा कि मौजूदा राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पहलवान पिछलेी बार की तुलना में बेहतर स्थिति में थे.
उन्होंने कहा, ‘यह पहली सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप है जहां प्रतिस्पर्धा करने के बाद मुझे बहुत खुशी महसूस हो रही है. पहले जूनियर पहलवानों को पानी, खाना नहीं मिलता था. एक सीनियर खिलाड़ी के रूप में, हम फिर भी इंतजाम कर लेते थे लेकिन जूनियर खिलाड़ियों की दुर्दशा देखकर बुरा लगता था. लेकिन इस बार में यह देखकर खुश हूं कि सभी को अच्छा खाना, रहने के लिए अच्छी जगह मिल रही है
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