मल्हार मीडिया ब्यूरो।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोच खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन पार्ट-2 छठे दिन भी जारी रहा। विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सहित कई खिलाड़ी रविवार (23 अप्रैल) को दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंच गए थे। उसके बाद से वह धरने पर बैठे हैं। पहलवानों ने जनवरी में भी कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान विनेश फोगाट ने कहा कि बृजभूषण सिंह को सभी पदों से हटाया जाना चाहिए। उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है और वह अब तक हुई जांच से संतुष्ट हैं।
देश का भविष्य अगर स्पोर्ट्स में बचाना है तो हमें एक साथ आना होगा। अगर वह कुश्ती संघ के अध्यक्ष बने रहे तो पद का दुरुपयोग कर सकते हैं। वहीं, बजरंग पूनिया ने कहा मुझे लगता है कि बृजभूषण पर तुरंत कार्रवाई करना चाहिए और तुरंत जेल भेजना चाहिए।
पहलवानों ने कहा कि आप स्पोर्ट्स को बचाने के लिए हमारे समर्थन में आइए। ये लड़ाई सिर्फ FIR की नहीं है। FIR पहले दिन ही हो जानी चाहिए थी। खेलों को ऐसे लोगों के चंगुल से बचाना होगा। साथ ही पहलवानों ने साफ कर दिया कि किसी कमेटी को वह कोई जवाब नहीं देंगे। पहलवानों ने साफ किया है कि जब तक बृजभूषण सिंह जेल में नहीं जाते हैं, तब तक धरना जारी रहेगा।
विनेश ने कहा कमेटी जो बनाई गई थी, उसके एक आर्टिकल में हमने पढ़ा था कि एक लड़की ने यौन शोषण की शिकायत की थी। अगर एक लड़की ने भी शिकायत की है तो उसके आधार पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए थी। हमें किसी कमेटी और किसी सदस्य पर भरोसा नहीं है। वहीं, साक्षी मलिक ने कहा कि उन्हें दिल्ली पुलिस पर भी भरोसा नहीं है। पहलवानों ने खेल मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि अनुराग ठाकुर ने उनका फोन नहीं उठाया।
कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। यहां दिल्ली पुलिस एफआईआर दर्ज करने के लिए तैयार हो गई। एसजी तुषार मेहता ने कोर्ट में कहा कि आज शाम तक दिल्ली पुलिस पहलवानों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर लेगी।
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस से बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत करने वाली नाबालिग लड़की को सुरक्षा देने की बात भी कही है। इसके अलावा बाकी पहलवानों को सुरक्षा देने और नाबालिग को सुरक्षा देने के लिए उठाए गए कदमों का हलफनामा दायर करने के लिए भी कहा है।
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मामले पर कहा "पिछली बार भी मैंने(पहलवानों से) मुलाकात की। उनसे बात कर समिति का गठन किया गया। उस समिति के सामने सभी को पेश होने का अवसर दिया गया। समिति में महिलाओं को ज्यादा तादाद में रखा गया क्योंकि महिला के सामने वो खुलकर अपनी बात रख सकती हैं। हमने निष्पक्ष चुनाव के लिए आईओए को अधिकार दे दिया, जिसने कल अपनी एक समिति गठित कर दी। ये समिति वहां पर चयन प्रक्रिया, टूर्नामेंट आयोजन और आंतरिक शिकायत समिति का गठन करेगी। सभी कदम उसी दिशा में हैं।"
पहलवानों को फिल्म जगत से भी समर्थन मिल रहा है। अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने कहा "इन्हें आज न्याय नहीं मिला तो देर हो जाएगी, मेडल जीतने पर इनके साथ फोटो खिंचवाने वाले आज कहां हैं? गृह मंत्री व खेल मंत्री से निवेदन है कि इनकी बात सुनें। मैं इस देश की बेटी और आप और मेरे घर में बैठे हर बेटी और बहन की तरफ से बात कर रही हूं। हमारे देश की वह बेटियां जिन्होंने इस देश को मान सम्मान, कई मेडल दिलवाए हैं। वह बेटियां जंतर-मंतर पर बैठी हुई हैं। ऐसे देश में जहां पर महिलाओं को देवियों का दर्जा दिया गया है। वे न्याय की भीख मांग रही हैं। क्या यह सही है? गृहमंत्री और खेल मंत्री गुहार सुनिए। जब आप उनके साथ नहीं खड़े होंगे तो इस फील्ड में ही नहीं बल्कि बाकी खेलों में भी बेटी बचाओ के नारे देने का क्या मतलब रह जाता है।"
पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भी पहलवानों का समर्थन किया है। उन्होंने लिखा "बहुत दुःख की बात है की हमारे चैंपियंस, जिन्होंने देश का बड़ा नाम किया है , झंडा लहराया है , हम सबको इतनी खुशियां दी हैं, उन्हें आज सड़क पर आना पड़ा है। बड़ा संवेदनशील मामला है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उम्मीद है खिलाड़ियों को न्याय मिलेगा।"
टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने भी पहलवानों का समर्थन किया है। सानिया ने ट्वीट किया "एक एथलीट और एक महिला के रूप में यह देखना बहुत मुश्किल है.. उन्होंने हमारे देश का नाम रोशन किया है और हम सभी ने उस पर उनके साथ जश्न मनाया है, .. यदि आपने ऐसा किया है तो अब समय आ गया है कि इसमें उनके साथ मुश्किल समय में भी खड़े हों .. यह बेहद संवेदनशील मामला है और गंभीर आरोप हैं।"
भारत की शीर्ष मुक्केबाज निकहत जरीन ने भी पहलवानों के समर्थन में ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा "अपने ओलंपिक और विश्व पदक विजेताओं को इस हालत में देखना दिल दुखाने वाला है। खिलाड़ी गौरव और ख्याति लाकर देश की सेवा करते हैं। मैं पूरी उम्मीद और प्रार्थना करती हूं कि कानून अपना काम करे और पहलवानों को जल्द से जल्द न्याय मिले। जय हिन्द।"
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