भारत में ही उच्च गुणवत्ता वाले ग्रेफाइट रैकेट का निर्माण करेगा योनेक्स

स्पोर्टस            Jan 24, 2023


धर्मेश यासला।

दुनिया के अग्रणी बैडमिंटन उपकरण ब्रांड-योनेक्स ने 21जनवरी को घोषणा की कि वह अब देश में ही उच्च गुणवत्ता वाले ग्रेफाइट रैकेट का निर्माण करेगा। योनेक्स ने साथ ही कहा कि वह भारत में अपनी मौजूदा उत्पादन योजना और आधार का विस्तार करेगा। इससे उच्च गुणवत्ता वाले फुल बाडी रैकेट की कीमतों में काफी गिरावट आएगी।

नए ग्रेफाइट रैकेट का अनावरण21जनवरी को नईदिल्ली में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान किया गया। यह अनावरण योनेक्स जापान के अध्यक्ष बेन योनेयामा, योनेक्स इंडिया के अध्यक्ष आर. हनावा, सनराइज स्पोर्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विक्रमादित्य धर और भारत के मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद की उपस्थिति में हुआ,

योनेक्स जापान के अध्यक्ष बेन योनेयामा ने कहा, "भारत अपनी बढ़ती अर्थव्यवस्था और खेल में रुचि के साथ बैडमिंटन के लिए एक बड़ा बाजार बन गया है। बहुत सारे भारतीय खिलाड़ी विश्व मंच पर वास्तव में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, और इस खेल को अपनाने के लिए युवाओं को और अधिक प्रोत्साहित कर रहे हैं। हम ऐसे सभी लोगों की जरूरतों को पूरा करना चाहते हैं और इसी दिशा में इस खेल के विकास की रफ्तार को बढ़ाने के लिए उच्चतम जापानी गुणवत्ता वाले उपकरण प्रदान करना चाहते हैं।"

बैडमिंटन की बढ़ती लोकप्रियता के परिणामस्वरूप उच्च गुणवत्ता वाले रैकेट्स की मांग आसमान छू रही है और बैडमिंटन के लिए बाजार हिस्सेदारी में 10-15% की वृद्धि देखी जा रही है। भारत में रैकेट का उत्पादन यह भी सुनिश्चित करेगा कि उत्पाद की कीमत मौजूदा बाजार दरों की तुलना में 20-30% कम हो जाएं और इसका सीधा फायदा भारतीयों को मिलेगा

सनराइज स्पोर्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विक्रमादित्य धर ने कहा, “हम अपने उन ग्राहकों को बेहतर गुणवत्ता वाले रैकेट देना चाहते हैं जो सस्ती कीमतों पर फुल बॉडी ग्रेफाइट रैकेट की तलाश में हैं। ये उच्च स्तर खेल रहे खिलाड़ी हैं, अकादमियों में खेलने वाले खिलाड़ी हैं और ऐसे भी खिलाड़ी हैं जो प्रतिस्पर्धी स्तर उतर रहे हैं। भारत में रैकेट बनाए जाने के साथ, उपभोक्ता आयात लागत, उतार-चढ़ाव वाली विनिमय दरों के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि उन्हें सस्ती कीमतों पर उच्च गुणवत्ता वाली जापानी शिल्प कौशल और तकनीक मिलेगी।”

गोपीचंद ने कहा, “योनेक्स सनराइज ने भारतीय बैडमिंटन में बहुत बड़ा बदलाव किया है।

योनेक्स ने 2016 में 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत बेंगलुरु में एक कारखाना स्थापित किया था लेकिन अब तक वह वहां केवल एल्यूमीनियम टी-ज्वाइंट रैकेट का उत्पादन कर रही थी, जो फिटनेस या मनोरंजन के उद्देश्य से खेलने वाले लोगों द्वारा उपयोग में लाया जाता है। कंपनी का लक्ष्य मौजूदा टी-ज्वाइंट रैकेट के उत्पादन को 10 लाख से बढ़ाकर 25 से 30 लाख प्रति वर्ष तक करना है।

योनेक्स और सनराइज 60 से अधिक वर्षों से बैडमिंटन के प्रचार और विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। सनराइज का भारतीय उपमहाद्वीप में सबसे बड़ा प्रत्यक्ष खेल वितरण नेटवर्क (direct sports distribution network) है। यह देश में बैडमिंटन को ग्रासरूप स्तर से उच्चतम स्तर तक ले जाने के लिए देश में कई राज्य और जिला संघों के साथ काम कर रहा है। सनराइज भारतीय बैडमिंटन संगठन के आधिकारिक इक्वीपमेंट पार्टनर है।

*विक्टर एक्सेलसेन और अकाने यामागुची श्रेष्ठता के लिए फिर फाइनल में*

योनेक्स सनराइज भारतीय खुली स्पर्धा -(9)

विश्व बैडमिंटन स्पर्धा 2022के बाद योनेक्स सनराइज भारतीय खुली सुपर-750 बैडमिंटन स्पर्धा में डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन और थाईलैंड के कुन्लावुत वितिद्सर्न फाइनल में आमने-सामने होंगे, दोनों के बीच अब तक हुए सभी छह मुकाबलों में एक्सलसेन को आसान विक्ट्री मिली है, विश्व विजेता विक्टर एक्सेलसेन दिसम्बर में विश्व टूर फाइनल्स के बाद इस साल मलेशिया खुली स्पर्धा जीत चुके है

जापान की अकाने यामागुची और दक्षिण कोरिया की एन से युंग तो लगातार तीसरी स्पर्धा के फाइनल में आमने सामने हैं, विश्व टूर फाइनल्स 2022और इस साल मलेशिया खुली सुपर-1,000 स्पर्धा विश्व विजेता अकाने यामागुची जीत चुकी है

9लाख डॉलर इनामी इस स्पर्धा में पहले क्रम के विक्टर एक्सेलसेन ने सेमीफाइनल में इंडोनेशिया के जोनाटन क्रिस्टी को 21-6,21-12 से और विश्व उपविजेता कुन्लावुत वितिद्सर्न ने इंडोनेशिया के ही एंथोनी सिनुसुका जिंटिंग को 27-25 ,21-15से हराया, वितिद्सर्न ने क्वार्टर फाइनल में तीसरे क्रम के सिंगापुर के लोह कैन येव को 21-12,21-17 से हराया था, गत विजेता लक्ष्य सेन को दूसरे दौर में बाहर करने वाले डेनमार्क के रास्मुस जेम्के, विक्टर एक्सेलसेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच 8-16पर छोड़ने को विवश हुए, उन्हें चोट की वजह से कोर्ट से वीलचेयर पर ले जाना पड़ा, ओलंपिक विजेता चीन की चेन युफेई ने भी अस्वस्थ होने से थाईलैंड की सुपनिदा कतेथोंग को क्वार्टर फाइनल में वाक ओवर दे दिया, सुपनिदा सेमीफाइनल में अकाने यामागुची से 17-21 ,16-21 से हार गई, दूसरे क्रम की एन से युंग ने चौथे क्रम की चीन की ही बिंग्जिआओ को 11-21, 21-16,21-16से सवा घंटे में हराया,

तीसरे क्रम की जापान की युता वातनाबे और एरिसा हिगसिनो ने मिश्रित युगल के सेमीफाइनल में विश्व नंबर एक चीन की झांग सिवेई और हुआंग या क्विंग को 21-18,18-21,21-14से हराकर उलटफेर किया, चीनी जोड़ी की लगातार 25 जीत के बाद पहली और 13 स्पर्धाओं में दूसरी हार है, पिछले साल जापान खुली स्पर्धा के भी सेमीफाइनल में ही चीनी जोड़ी, इसी जापानी जोड़ी से हारी थी, चौथे क्रम के चीन के वांग यि ल्यु और हुआंग डोंग पिंग गत वर्ष जुलाई के बाद पहला फाइनल 22 जनवरी को खेलेंगे,

21जनवरी रात साढ़े 10 बजे नईदिल्ली के के.डी जाधव इनडोर स्टेडियम में खत्म हुए पुरुष युगल सेमीफाइनल में चीन के लिआंग वेई केंग और वांग चांग ने दक्षिण कोरिया के कोंग मिन हयुक और सेओ स़ेयुंग जाई को 21-18 ,21-19 हराया, तीसरे क्रम के मलेशिया के आरोन चिआ और सोह वूई यिक ने दूसरे क्रम के इंडोनेशिया के फजर अल्फैन और मुहम्मद रिआन अरदिआन्तो को 11-21,21-15,21-16 से 53 मिनट में हराकर उलटफेर किया, महिला युगल में विश्व नंबर एक चीन की चेन क्विंग चेन और जिआ यि फान एवं दूसरे क्रम की जापान की नामि मत्सुयामा और चिहारु शिदा फाइनल में हैं, पिछली विजेता थाईलैंड की बेनयापा और नुन्ताकर्न एइम्सार्द बहनों को नामि और चिहारु ने क्वार्टर फाइनल में बाहर किया,

केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मैच देखा, भारत की कोई चुनौती नहीं होने से क्वार्टर फाइनल से ही दर्शकों की उपस्थिति में काफी कमी आई है

 

 



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