चरित्र हनन के आरोप और पंचायत के तुगलकी फरमान से परेशान महिला ने की आत्महत्या

वामा            Mar 15, 2016


मल्हार मीडिया ब्यूरो। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिले में पंचायत के तुगलकी फरमान से परेशान होकर एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। समाज के लोगों ने महिला पर चरित्रहनन के आरोप लगाये थे और पंचायत ने अपने फैसले में पीड़ित परिवार पर 5 हजार रुपये का जुर्माना और कथा के साथ समाज के लोगो का भोजन कराने का दिया था आदेश। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से महज 10 किमी की दूरी पर स्थित नगर पंचायत कारी के मौहल्ले बजरुआ में रहने वाली श्रीमति सखी पाल पर सजायती पर लोगों ने चरित्रहनन का आरोप लगाकर उसका हुक्का पानी समाज में बंद कर दिया था। इसके बाद करीब 12 गांव के सजायती समाज के लोगों की पचायत बुलाई गई जिसमें महिला के ऊपर चरित्रहनन का दोष सिद्ध कर दिया गया और परिवार के ऊपर 5 हजार का जुर्माना और कथा के साथ-साथ जल यात्रा करने का आदेश दिया। पंचायत आहत होकर महिला ने घर के अंदर जाकर फासी लगाकर आत्महत्या करली। सजायती पंचायत में दूसरे गांव से शामिल होने आये पंच भी इस बात को स्वीकार करते हैं कि चरित्रहनन के मामले में पीड़ित परिवार पर जुर्माना पंचायत द्वारा लगाया गया था महिला ने क्यो आत्महत्या करली इसका जबाब पंचो के पास भी नही है। बुन्देलखण्ड में पंचायत के तुगलकी फरमान का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं। जबकि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा समाज में जागरुकता लाने के लिये बाकायदा अलग से पंचायत न्याय विभाग की स्थापना की गई है। जिसके लिये राज्य सरकार द्वारा हर साल बडी रकम के तौर पर बजट भी मुहैया कराया जाता है। इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक का कहना है कि पंचायत बैठने की जानकारी मिली थी और महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या भी की है। इस पूरे मामले की जांच की जा रही है जो भी दोषी होंगे उन पर कार्यवाही की जायेगी।


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