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निजी रंजिश में अदब भूले शायर,महिला अधिकारी पर की अश्लील टिप्पणी

वामा            Mar 15, 2016


मल्हार मीडिया। शायरी की दुनियां अदब की दुनियां मानी जाती है और और शायरों को इस दुनियां का आईना। लेकिन पिछले दिनों एक वाकया ऐसा हुआ कि व्यक्तिगत रंजिशों के कारण एक शायर महोदय ना सिर्फ अदब भूल गये बल्कि अदब की हद पार करते हुये उर्दू अकादमी की एक महिला अधिकारी पर व्यक्तिगत तौर पर अश्लील टिप्पणी कर दी वह भी एक मुशायरे के दौरान। पूरा वाकया पढ़िये नीचे की खबर में:— महफिल मुशायरे की। सम्मान एक मशहूर शायर का। फूट पड़े दिल छाले। निशाना बनी मप्र उर्दू अकादमी। बोलने पर आए तो महिला अधिकारी को अभद्र, अशोभनीय और आपत्तिजनक टिप्पणियों से भी नहीं बख्शा गया। महफिल में मौजूद अदबी लोग अवाक, आयोजक हैरान! करीब सप्ताह बीत जाने के बाद मामले को लेकर फनकारो ने इस बेहयाई, बेशर्मी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मामला करीब एक सप्ताह पुराना है। जुमेराती सराय में इस मुशायरे का आयोजन किया गया था। इस मौके पर मशहूर शायर मन्जर भोपाली का सम्मान भी किया गया। अपने सम्मान के एवज में मन्जर जब दो लफ्ज कहने मन्च पर आए तो उनकी जुबान से प्रदेश की भाजपा सरकार और आरएसएस के खिलाफ खूब चली। कहने पर आए तो उन्होंने मप्र उर्दू अकादमी को भगवा रन्ग में रन्गी और गैर वाजिब लोगों को सम्मान करने वाली तक करार दे दिया। मन्जर भोपाली ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि मप्र उर्दू अकादमी की सचिव नुसरत मेहदी पूरी तरह भगवा हो चुकी हैं। उनपर सन्घ का इतना गहरा असर है कि वे जो अंत:वस्त्र पहनती हैं, वह भी भगवा रन्ग के होते हैं। सूत्रों की मानें तो मन्जर भोपाली मप्र उर्दू अकादमी के उस आयोजन से खासे खफा हैं, जो पिछले दिनों इन्दोर में डा राहत इन्दौरी के सम्मान में किया गया था। बताया जाता है कि मन्जर भोपाली यह कार्यक्रम भोपाल में करवाना चाहते थे। ramuji_bhavan-urdu-acadmy मन्जर भोपाली मप्र उर्दू अकादमी अध्यक्ष की दौड़ में लम्बे समय से रहे हैं। इसी के चलते उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का हाथ थामा था, लेकिन कुर्सी मिली बशीर बद्र को। वजह भाजपा सरकार को उनकी आस्थाओं पर भरोसा न होना था। इसके अलावा अकादमी के आयोजन, सम्मान आदि में भी वे हमेशा उपेक्षित ही होते रहे हैं। मन्जर के विवादित बयान के खिलाफ शायरों और साहित्यकारों ने मोर्चा खोल दिया है। राजधानी की खुशबू कल्चरल सोसायटी, हम सब, बज्म-ए-शायरीन आदि ने बयान की निंदा की है। साथ ही उन्हें इस मामले में माफी मांगने की मांग की है। इस मामले में मंजर भोपाली का कहना है कि इल्जाम लगाने वाले तय करें कि वे किसकी पैरवी कर रहे हैं। नुसरत खुद बताएं कि उनके बारे में जो कहा सही है या गलत। वहीं नुसरत मेंहदी का कहना है कि इस मामले को लेकर कानूनी सलाह ले रही हूँ। मानहानि का दावा किया जाएगा।   इनपुट दस्तक


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