प्राप्त जानकारी के अनुसार उमरिया जिले के चंदिया के पथरहटा गाव मे दबंगों से परेशान होकर आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता ने आग लगाकर आत्म हत्या कर लिया, इस कदर जल गयी थी कि डाक्टरों ने फोरेंसिक एक्सपर्ट के द्वारा पोस्टमार्टम करने को कहा और फारेसिंक जांच के साथ पोस्टमार्टम करने के लिए जिला अस्पताल के डाक्टर महेंद्र श्रीवास्तव ने उसे जबलपुर मेडिकल कॉलेज रैफर कर दिया।
जिला अस्पताल में पहुंचे महिला के परिजनों के अनुसार आंगनबाडी कार्यकर्ता 40 वर्षीया स्नेहलता सिंह रघुवंशी कई दिनों से कुछ लोगों से प्रताडित हो रही थी, इसके कारण उसने यह लोमहशर्क वारदात को अंजाम दिया। महिला के जेठ छत्रपाल सिंह और भाई नरेश सिंह ने बताया कि आंगनबाडी कार्यकर्ता को गांव के शंभू द्विवेदी और उनके परिजनों के द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था।
यहां तक की घटना के दो दिन पहले भी महिला के द्वारा शंभू द्विवेदी, मदन द्विवेदी और राम प्रसाद के खिलाफ चंदिया थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गई थी लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई वहीँ दबंगों द्वारा नौकरी छोड़वाने की धमकी दी गई थी जिससे परेशान महिला ने अपनी नौकरी गंवाने के डर के कारण इतना बड़ा कदम उठाया। लाश की हालत ऐसी थी कि कार की पीछे की डिक्की में रखकर जिला अस्पताल लाया गया था।
वहीँ एडिशनल एस पी उमरिया अमित वर्मा का कहना है कि मामला दर्ज कर लिया गया है, पुलिस मामले की जांच सभी बिन्दूओं पर कर रही है, जांच उपरांत ही सच्चाई का पता चल पायेगा।
बहरहाल जांच इन बिन्दुओं और सवालों के जबाब भी मिलने चाहिये कि महिला के पास लगभग 5 लीटर कैरोसिन कहां से मिला। शाम 7 बजे के लगभग ही महिला जब इतना कैरोसिन के साथ घर से लगभग 100 मीटर की दूरी तक गयी तो उसे किसी ने देखा क्यों नहीं ? महिला के जलने की चीख पुकार किसी ने क्यों नहीं सुनी ?
उमरिया
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