महिलाओं की कामयाबी, आज़ादी और हर विरोध में एक वेश्या मिली

वामा            Oct 03, 2016


गीता। जब उसने पहली बार विरोध किया तो उसे वेश्या कहा गया.. उसी के बाद मेरा वेश्या से मिलने का मन हुआ। कैसी दिखती हैं? कैसी होती हैं? ये जानने का दिल हुआ। ख़ैर.. कई दिनों की तलाश के बाद पहली कई वेश्याओं से मुलाकात हुई !! पहली वेश्या वो थी जो शादी से बचने के लिए रिश्तेदार के घर भाग गयी। दूसरी वेश्या वो मिली जो 12वीं क्लास के बाद कॉलेज जाने की ज़िद्द करने लगी और पूरे परिवार का विरोध करके कॉलेज में एडमिशन ले लिया। तीसरी वेश्या से मुलाक़ात आर्य समाज मंदिर में हुई। वो अपनी जाति से अलग दूसरी जाति के लड़के के साथ आर्य समाज मंदिर में शादी के लिए आयी हुई थी। चौथी बार जो वेश्या मिली वो जज़ साहेब के सामने खड़ी होकर अपने साथ हुए दुष्कर्मों की कहानी बयान कर रही थी। पांचवी बार एक और वेश्या मिली जो घर की दीवारों को तोड़कर चार पुलिस वालों के बीच खड़ी हुई थी। पुलिस स्टेशन में पति की मार पीट और रोज़ रोज़ अनचाहे सेक्स (मैरिटल रेप ) की रिपोर्ट दर्ज करा रही थी। छठी बार वो वेश्या मिली जिसने कंपनी के सारे मर्दो को पीछे छोड़कर टॉप पोजिशन को हासिल किया था। सातवी बार राजनैतिक गलियारों में गूँज बिखेरने वाली वेश्या मिली। उस से अगली बार दलितों और महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाली वेश्या मिली। इस तरह महिलाओं की कामयाबी, आज़ादी और हर विरोध में एक वेश्या मिली !! विकास यादव के फेसबुक वॉल से।


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