रेशमा बनीं लाखों की प्रेरणा,कायम की खूबसूरती की नई मिसाल

वामा            Sep 09, 2016


मल्हार मीडिया ब्यूरो। भारत की कई ऐसी एसिड पीड़िताएं हैं जो जिदंगी से नहीं हारी और एक मिसाल कायम की। वे काबिल ए तारीफ हैं। लखनऊ, आगरा में सीरोज के नाम से कैफे खोलकर कई ऐसी पीड़िताओं ने जीने की एक दूसरी राह चुनीं। एक बार फिर भारत की ही एक एसिड पीड़िता ने फैशन की दुनिया में अपनी पहचान बनाकर एक नया आयाम हिसाल किया है। हम बात कर रहे हैं हाल ही के न्यूयॉर्क फैशन वीक में एसिड पीड़िता रेशमा कुरैशी ने अपने जलवे बिखेरे। रेशमा ने रैम पर वॉक किया और पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी खूबसूरती को दर्शाया। रेशमा ने साबित कर दिया कि एक औरत के लिए उसका आत्मविश्वास और उसकी मन की खूबसूरती ही सबसे खास है। उसके चेहरे और ग्लैमर से कोई फर्क नहीं पड़ता है। रेशमा ने हर उस एसिस विक्टिम्स को संदेश दिया है कि जिंदगी यहीं खत्म नहीं होती है। क्या हुआ अगर उनके पास खूबसूरत चेहरा नहीं है, क्या हुआ अगर किसी ने उनकी खूबसूरत चेहरे पर दाग लगा दिया। उनके मन के आईने में दाग नहीं छोड़ पाया कोई। रेशमा ने उस प्लैटफॉर्म से उन सभी औरतों को एक पावरफुल संदेश दिया जिससे साफ लगता है कि जिंदगी किसी भी हादसे से रूकती नहीं है। वो चलती रहती है। आपको बता दें कि रेशमा जब 17 साल की थी तब उसके चेहरे पर एसिड फेंक दिया गया था। साल 2014 से अब तक वो इसी डर के साथ अपना चेहरा छिपाकर चल रही थी। लेकिन आज जिस रेशमा ने रैम वॉक किया वो बिल्कुल अलग रेशमा थी। रेशमा ने एक आंख खो दी है, लेकिन दुनिया को वो मन की आंखों से देखती है। रेशमा आज हजारों ऐसी लड़कियों के लिए एक प्रेरणा बनकर उबरी है। गुरुवार को शुरू हुए इस फैशन वीक का आकर्षण का केंद्र रेशमा ही रही। अर्चना कोचर के कपड़ों में रेशमा बहुत ही खूबसूरत लग रही थीं। रेशमा ने कहा, ये वॉक मेरे लिए खास है क्योंकि इससे कई और ऐसी लड़कियों को हिम्मत मिलेगी और वे लोगों के सामने आ पाएंगी। उन्होंने कहा, ये उन लोगों के लिए जवाब था जो बस बाहरी खूबसूरती के आधार पर आपको तय करते हैं। पहले मुझे बहुत डर लग रहा था, लेकिन बाद में उस प्लैटफॉर्म ने उसे हिम्मत दी है। रेशमा ने पिंक कलर की एक लॉन्ग ड्रेस पहनी थी, बाल बहुत ही खूबसूरत लग रहे थे। ताजमहल की डिजाइन से बनीं ड्रेस में रेशमा जज रही थीं। सनी लियोन ने भी रेशमा का साथ दिया।


इस खबर को शेयर करें


Comments