जैसीनगर से ब्रिजेंद्र रायकवार।
सागर के जैसीनगर में जो गैंगरेप की घटना हुई है और इसका जो मुख्य आरोपी है चैन सिंह,इस तरह का अपराध इसने पहली बार नहीं किया है।
4 साल पहले जुलाई 2018 में इस आदतन वारंटी दुष्कर्मी ने चैनसिंह ने सात साल की मासूम से दुष्कर्म का प्रयास किया था।
तब उस बच्ची के परिजन सुबह से लेकर शाम तक थाने में बैठे रहे लेकिन रिपोर्ट नहीं लिखी गई।
मल्हार मीडिया ने उस पूरे मामले को विस्तार से उठाया तो महिला आयोग को संज्ञान लेना पड़ा। तब कहीं जाकर इस अपराधी के खिलाफ मामला दर्ज हुआ।
आखिर ऐसा क्या है जो रेपिस्टों के मन में डर है ही नहीं, जवाब है सिस्टम की हीलाहवाली
तीन साल बाद वही आरोपी फिर सामने है ज्यादा विकृत रूप में 4 और अपराधियों को साथ लेकर। 5 जुलाई 2018 की खबर का स्क्रीन शॉट और लिंक खबर में दी जा रही है।
फिलहाल तो सजा के तौर पर दुष्कर्मियों के मकानों पर बुल्डोजर चला दिए गए। पर ऐसे अपराधियों के लिए मकान गिराना क्या पर्याप्त सजा है? इनकी सजा फांसी से कम नहीं होनी चाहिए
इस बार फांसी से कम सजा नहीं होनी चाहिए। मध्यप्रदेश में कानून बन गया है तो उपयोग भी हो ही जाए उसका।
इत्तेफाक ही है कि पत्रकार भी वही है जिन्होंने पहली घटना को उस समय दिन—रात फॉलो किया था। फिलहाल अभी की घटना की जानकारी
जैसीनगर थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार जैसीनगर से 20 वर्षीय युवती अपने रिश्ते के जीजा के साथ अपनी बड़ी बहन के यहां नयागांव मोटरसाइकिल से जा रहे थे।
तभी रमपुरा के जंगल के पास कुख्यात आदतन आरोपी चैन सिंह और उसके तीन अन्य साथियों ने उन्हें रोक लिया और उसके जीजा के साथ जमकर मारपीट की और युवती को जंगल में ले गए और जीजा के सामने ही युवती के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया।
उसके बाद मोटरसाइकिल और युवती को लेकर जंगल की ओर भाग गए। जीजा जैसे तैसे जैसीनगर पहुंचा उसने जानकारी पुलिस को दी मामला गंभीर होने की वजह से जैसीनगर थाना प्रभारी शशिकांत गुर्जर अपनी टीम के साथ तुरंत ही मौके पर पहुंचे और मौके से युवती को बरामद किया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
इन दुष्कर्मियों में एक आरोपी नाबालिग है और साथ ही मोटरसाइकिल जप्त की लेकिन जंगल का फायदा उठाकर मुख्य आरोपी चैन सिंह और अन्य नाबालिक आरोप भाग गए।
घटना घटित होने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई वहीं पूरे मामले में पुलिस ने चारों आरोपी के खिलाफ धारा 376 सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है और चैन सिंह व एक अन्य नाबालिक आरोपी की तलाश में जुटी हुई है
वहीं मौके सागर पुलिस अधीक्षक तरुण नायक, एडिशनल एसपी विक्रम सिंह कुशवाहा के साथ जैसीनगर पहुंचे जहां उन्होंने वारदात स्थल का निरीक्षण किया साथ ही उन्होंने फरार आरोपियों पर ₹20000 का इनाम घोषित किया है, पुलिस की टीमें भी सक्रिय हैं एसपी ने कहा कि जल्द ही फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
वहीं मौके पर दोपहर मे सागर कलेक्टर दीपक और एसडीएम सपना त्रिपाठी सहित राजस्व अमला भी रमपुरा गांव पहुंचा और त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों के मकान जमींदोज कर दिए।
फिलहाल तो सजा के तौर पर दुष्कर्मियों के मकानों पर बुल्डोजर चला दिए गए। पर मकान गिराना इनकी सजा के लिए पर्याप्त नहीं है। इस बार फांसी से कम सजा नहीं होनी चाहिए। मध्यप्रदेश में कानून बन गया है तो उपयोग भी हो ही जाए उसका।
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