मल्हार मीडिया डेस्क।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक अहम फैसले में एबॉर्शन को कानूनी तौर पर मान्यता देने वाले 50 साल फैसले को पलट दिया है।
इसके बाद से ही पूरे अमेरिका में इसे लेकर लोग दो खेमों में बँट गए हैं।
इस आदेश के खिलाफ अब महिलाएं अनूठी सेक्स हड़ताल करने जा रही हैं। अमेरिकी में महिलाएं पुरुषों के साथ यौन संबंध नहीं बनाने की धमकी दे रही हैं।
अमेरिकी महिलाएं पुरुषों के साथ यौन संबंध नहीं बनाने की धमकी दे रही हैं,ये 'सेक्स स्ट्राइक' की बात कर रही हैं।
अमेरिका में गर्भपात पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब 26 राज्यों में गर्भपात पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं, जिसका महिलाएं जमकर विरोध कर रही हैं।
इसके तहत देश में गर्भपात को कानूनी वैधता नहीं मिलने तक वे पुरुषों से संबंध नहीं बनाने का आह्वान कर रही हैं।
इन महिलाओं का कहना है कि यदि हमारे शरीर पर हमारा अधिकार नहीं है तो पुरुषों का भी इन पर कोई हक नहीं है।
हम उन्हें अपने शरीर का इस्तेमाल करने नहीं दे सकते। एक यूजर ने ट्वीट किया, 'मैं न्यूयॉर्क में रहती हूं और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ हूं।
मैं ऐसे लोगों को ढूंढ रही हूं जो सेक्स स्ट्राइक का समर्थन कर रहे हैं। यही हमारी ताकत है। गर्भपात के अधिकार को संघीय कानून बनने तक सेक्स न करें।'
महिलाओं से पुरुषों से तब तक सेक्स से बचने के लिए कह रही हैं जब तक कि गर्भपात का अधिकार संघीय कानून नहीं बन जाता है।
देश भर में सेक्स स्ट्राइक की मांग सोशल मीडिया पर जोर पकड़ रही है।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा, "अमेरिका की महिलाएं यह संकल्प लें, क्योंकि हम अनपेक्षित गर्भावस्था का जोखिम नहीं उठा सकते हैं।
इसलिए हम किसी भी पुरुष के साथ यौन संबंध नहीं रखेंगे, अपने पति के साथ भी। जब तक हम गर्भवती होना नहीं चाहें।"
एक दूसरी यूजर ने कहा, "मैं न्यूयॉर्क में रहती हूं और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ हूं।
मैं ऐसे लोगों को ढूंढ रही हूं जो सेक्स स्ट्राइक का समर्थन कर रहे हैं, यही हमारी ताकत है।
गर्भपात के अधिकार को संघीय कानून बनने तक सेक्स नहीं करना है।"
ट्विटर पर #SexStrike के साथ ही #abstinence भी ट्रेंड कर रहा है।
एक अन्य महिला ने देशव्यापी सेक्स स्ट्राइक की मांग करते हुए कहा, "जब तक महिलाओं की गर्भपात का कानून हक नहीं मिल जाता, तक तक पुरुषों से संबंध नहीं बनाना है।"
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ लोग सड़कों पर भी उतर आए हैं।
पुलिस ने एरिजोना कैपिटल के बाहर से प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
अधिकारियों ने आंसू गैस के गोले तब दागे जब गर्भपात विरोधी प्रदर्शनकारियों ने सीनेट भवन के शीशे के दरवाजों को धक्का देना शुरू कर दिया।
प्रदर्शन के चलते सांसदों को कुछ समय के लिए इमारत के अंदर एक तहखाने में रहना पड़ा।
Comments