मिसाल:बिना सरकारी सहायता के चार आईटी इंजीनियर्स ने बनाया मध्यप्रदेश का पहला वाई-फाई गांव

वीथिका            Nov 29, 2015


ममता यादव सच्ची लगन हो तो कुछ भी कर दिखाना मुश्किल नहीं होता। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले की खिलचीपुर तहसील की ग्राम पंचायत बावड़ीखेड़ा के छोटे से गांव शिवनाथपुरा के चार युवा आईआटी इंजीनियर्स ने। ये चार युवा हैं इंजीनियर शकील अंजुम, तुषार भरथरे, भानु यादव और अभिषेक भरथरे। इन्होंने बिना किसी सरकारी सहायता के अपने गांव को वाई—फाई कर लिया है। यह पूछने पर कि इसकी प्रेरणा कहां से मिली शकील ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदी ने जब जुलाई में डिजीटल इंडिया स्कीम लांच की थी उसी समय हमारे दिमाग में यह बात आई और हमने इस पर काम शुरू किया। मोदी सरकार ने डिजिटल इण्डिया का नारा दिया और जिले के आईटी पास 4 युवा प्रेरित होकर जिले के एक गांव में पहुंच गए। वहां उन्होंने अपने कौशल का कारनामा दिखाते हुए पूरे गांव को वाईफाई बना दिया। अब मध्‍यप्रदेश के राजगढ़ जिले के खिलचीपुर ब्लॉक के बावड़ीखेड़ा पंचायत में आने वाला गांव शिवनाथपुरा पूरी तरह से जिले का पहला वाईफाई गांव बन चुका है। शकील कहते हैं संभवत: यह देश का पहला गांव है जो बिना किसी सरकारी सहायता के वाई—फाई हुआ है। इन चारों दोस्तों की मेहनत और लगन का ये परिणाम है कि खिलचीपुर तहसील की ग्राम पंचायत बावड़ीखेड़ा का छोटा ग्राम शिवनाथपुरा म.प्र. का पहला वाई फाई ग्राम बन गया है। इन्होंने गांव को वाईफाईयुक्त बनाने और डिजीटल इंडिया को सपोर्ट करने के उद्देश्य से ग्राम स्तर पर सफलता पूर्वक संचालन का प्रयास करने की योजना 6 माह पहले बनाई और इस दिशा में अपने प्रयास बिना शासकीय सहायता के शुरू किये और 6 माह बाद म.प्र. पहला वाई.फाई. ग्राम शिवनाथपुरा बनकर सामने है । शकील ने बताया कि आज खिलचीपुर सहित आसपास के दो गांवों के निवासी भी इसका फायदा उठा रहे हैं और कस्बे के रहवासी इंटरनेट के सीधे संपर्क में है। माग में आया। शकील ने बताया कि हम देखते थे कि शहर या कस्बे में तो इंटरनेट आसानी से उपलब्ध हो जाता था लेकिन हमारे गांव में दिक्कत आती थी इस​लिये भी यह आईडिया दिइसी सोच से प्रेरित होकर इन आई टी इंजीनियर ने किया सफल प्रयास। ज़मीनी हकीकत देखे तो ये बहुत बड़ी पहल है। खिलचीपुर को यह सौगात नवरात्रि पर्व के दौरान मिली। दिलचस्प बात यह हुई कि इंटरनेट शुरू होने के बाद दो ग्रामीणों ने ऑनलाईन शॉपिंग भी कर डाली। आई टी नेटवर्किंग इंजीनियर भानु यादव ने बताया कि वायरलेस टेक्नोलॉजी, रेडियो फ्रीक्वेसी (2.4 एंड 5.8) के माध्यम से पहुंचाये सिग्नल्स गांव तक, उन्होंने स्काइनेट इंटरनेट ब्रॉडबैंड की मदद से गाँव में सभी उपकरण लगाये, तीन एमबीपीएस तक की बैंडविड्थ अनलिमिटेड डेटा के साथ उपलब्ध कराई जो कि आवश्यकता अनुसार बढ़ाई जा सकती है। 3 एमबीपीएस की स्पीड, अनलिमिटेड डाटा मिला गांव को आईटी इंजीनियर तुषार भरथरे से ने बताया कि निजी कंपनी के सर्वर की मदद से उन्होंने गांव में सभी उपकरण लगाते हुए 3 एमबीपीएस की स्पीड वाला डाटा उपलब्ध कराया है। आगामी दिनों में वे इसकी स्पीड बढ़ाने जा रहे है। इन्होंने बताया कि अब आसपास के 15 किमी के एरिया में भी वाईफाई की करने की योजना है। इसके लिए अभी से शिवनाथपुरा को हब बनाया गया है। अभी शिवनाथपुरा में अनलिमिटेड डाटा दिया जा रहा है। 90 हजार रुपए में तैयार हुआ एक्सटेंशन तुषार ने बताया कि गांव में सबसे पहले उन्होंने करीब 80 फीट ऊंचा लोहे का टावर लगाया। एयरटेल का सर्वर लिया और इसी कंपनी से लीज लाईन ली। इसके बाद करीब 50 हजार रूपए की लागत से एक्सिस पाईंट, एक्सटेंशन और टावर तैयार हुआ। एक पावर बीम और करीब 200 एम्पियर पावर का इंन्वर्टर लगाया गया। पूरा खर्च चारों युवाओं ने मिलकर उठाया है इसके ग्रामीणों से किसी प्रकार की मदद नहीं ली गई है। हालांकि युवाओं के अनुसार यूनिट तैयार करने में ग्रामीणों और गांव के युवाओं ने रूचि दिखाते हुए अपना श्रमदान किया। गांव में तैयार हुए 32 मोबाईल यूजर वाईफाई होने के बाद गांव में करीब 32 मोबाईल यूजर अब तक तैयार हुए हैं जबकि 1 युवक के पास लैपटॉप है जिसमें इंटरनेट चल रहा है। गांव के स्कूल में भी शिक्षकों ने भी वाईफाई शुरू होने के बाद राहत ली है। वाईफाई के द्वारा अपलोडिंग, डाउनलोडिंग तो होगी ही लेकिन भविष्य में यूजर बढ़ने के साथ स्पीड बढ़ती जाएगी। पास के ही गांव शिवनाथपुरा के सरपंच नाथूसिंह कहते हैं कि गांव में पिछले एक महीने से 4 युवा लगातार मेहनत कर रहे थे। पहले कुछ समझ नहीं आ रहा था। लेकिन जैसे ही गांव वाईफाई हुआ और मोबाईल में इंटरनेट शुरू हुआ बड़ी खुशी हुई। पहले जहां नेटवर्क तक नहीं मिलता था वहां अब इंटरनेट चल रहा है यह बड़ी बात है। गांव में युवाओं को पढ़ाई में इसका सर्वाधिक लाभ मिलेगा। बिजली की समस्या गांव में है यदि यह भी दूर हो जाए तो गांव के युवा काफी आगे बढ़ सकेंगे। शकील कहते हैं कि एक ओर जहां शहरों में सूचना प्रौद्योगिक पैर पसार रही है वहीं गांवों में कुछ नहीं हो रहा है। हमने गांवों में नेटवर्क विस्तार पर काम करने की योजना बनाई है। हमने पहला सफल प्रयोग शिवनाथपुरा से किया है। शिवनाथपुरा प्रदेश का पहला वाईफाई गांव है। निजी खर्चे पर किया गया देश का पहला वाईफाई गांव है।


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