शिक्षक,कवि,स्तंभकार महेंद्र खरे ग्रेट नहीं रहे

वीथिका            Feb 21, 2016


मल्हार मीडिया ब्यूरो। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के बहुमुखी प्रतिभा के धनी स्तंभकार एवं जाने माने हास्य कवि महेन्द्र खरे ग्रेट का शनिवार की शाम सड़क हादसे में निधन हो गया। वे 65 वर्ष के थे। श्री खरे मोटे के महावीर मंदिर में दर्शन करने के बाद वापस अपने घर लौट रहे थे तभी यह हादसा हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही तमाम साहित्यकार पत्रकार और शिक्षा जगत से जुड़े हुए लोग अस्पताल पहुंचे तथा शोक संवेदना व्यक्त की। आज रविवार देर शाम उनका अंतिम संस्कार किया गया। श्री ग्रेट की अंतिम यात्रा में हजारों लोगों ने शामिल होकर नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। श्री ग्रेट की योग्यता को देखते हुए उन्हें नौकरी के अंतिम चरण में हायर सेकेण्ड्री स्कूल में प्राचार्य बनाया गया। वे दो वर्ष पहले ही 30 सितम्बर 2013 को सेवा निवृत्त हुए थे। शासकीय सेवा से निवृत्त होने के बाद ग्रेट जी तमाम सामाजिक संगठनों से जुड़ गए थे। नगर में होने वाली हर गतिविधि में वे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया करते थे। उन्होंने लगभग 20 वर्ष तक छतरपुर से प्रकाशित होने वाले दैनिक समाचार पत्र शुभ भारत में नियमित स्तंभ लिखा। वे छोटे-छोटे छंद और चौकड़ि़यों के माध्यम से अपनी बात रखते थे, उनकी कविताएं बेहद रोचक और मनोरंजक हुआ करती थीं, उन्होंने हजारों कविताएं लिखीं वे स्थानीय काव्य गोष्ठियां उनके बिना अधूरी होती थीं। उन्हें कई सम्मानों और पुरूष्कारों से भी नवाजा गया। वे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते थे। वे हर विषय पर अपनी प्रतिक्रिया कविता के माध्यम व्यक्त किया ​करते थे।


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