हजारों किसानों को अध्यात्म की अज्ञानता ने मारा! अब भारत का उद्धार होना तय है

खरी-खरी            Apr 29, 2017


कमल शुक्ल।
आदिम युग की ओर खींचने की कोशिश जितना ज्यादा होगा, उतना ही ज्यादा रस्सी टूटने की संभावना बढ़ेगी। धन्यवाद मोदी !! धन्यवाद योगी !! धन्यवाद आरएसएस !! धन्यवाद तमाम बाबा, जोगी और श्री श्री 108, 1008

किसान अब अकाल , ऋण , धोखा और हताशा से निपटने के लिए सरकार से अपेक्षा ना करें, आत्महत्या से बचने के लिए श्री श्री के पास आध्यत्म सीखें !! कट्प्पा ने बाहुबली को क्यों मारा ? इसका जवाब जिस दिन मिला उसी दिन श्री श्री रविशंकर ने भेद खोला - " हजारों किसानों को अध्यात्म की अज्ञानता ने मारा !!"

बेरोजगार रोजगार की चिंता छोड़ गौ रक्षा में भिड़े, किसान कृषि छोड़ राम मंदिर बनाने में जुटे आदिवासियों और दलित की हत्या नहीं होती न्यायोचित वध होता है। वे राक्षस हैं इसलिए उन इलाकों को राम की सेना को सौंप दो, राम की सेना का दायित्व है कि इनके हिस्से के जल जंगल और जमीन रामराज्य के ठेकेदार अडानी और अम्बानी को सौंप दे, ताकि राम राज्य का विकास हो।

कश्मीर में बम फोड़ो क्योंकि वह इस देश का हिस्सा नहीं है, देश की सबसे बड़ी समस्या गरीबी नहीं लव जेहाद है, जनता अपनी समस्या हवन करके निपटाए शासन से अपेक्षा करना राष्ट्र द्रोह होगा, देश का विकास अब अश्वमेध यज्ञ से होगा, देश मे अब वैज्ञानिक नही तांत्रिकों की जरूरत होगी, सारे शोध संस्थान और विश्व विद्यालय बंद होंगे क्योंकि ये बामपंथी राक्षस पैदा करते हैं, किसी को पढ़ लिखकर समझने का मौका देना देश की संस्कृति के खिलाफ होगा।

जिन करोड़ों को ट्रेन में बैठने की जगह नही मिलती उन्हें मंत्र से पुष्पक यान दिया जाएगा। पाकिस्तान के लिए मिशन 2018 के तहत अब होगा भयावह " मारक यज्ञ " और पाकिस्तान स्वाहा हो जाएगा। सेना की जरूरत अब सीमा में नही रोमियो स्क्वॉयड में होगी। सभी डॉक्टरों को तंत्र और मंत्र तथा जड़ी बूटी विद्या में पारंगत होना होगा वह भी केवल पतंजलि विश्व विद्यालय से। अब सभी देशों के लिए नल-नील विद्या से समुद्री पूल बनाया जाएगा। भारत को विश्व विजेता बनने से अब रोका नही जा सकता। जो इन बातों से सहमत नही है, वे ही वामपंथी राक्षस हैं, इन्हें जीने का हक रामराज्य में नही रहेगा। वैसे अब भारत का उद्धार होना तय है।



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