मोदी-शिवराज से 61 फीसदी वोटर संतुष्ट, लाडली बहना होगी भाजपा के पक्ष में

खास खबर            Nov 05, 2023


मल्हार मीडिया डेस्क।

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए  230 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में वोटिंग 17 नवंबर को होगी। इसका रिजल्ट 3 दिसंबर को आएगा, लेकिन इससे पहले विभिन्न एजेंसियों के सर्वे आ रहे हैं। इसी कड़ी में अब एनडीटीवी-सीएसडीएस लोकनीति का सर्वे आया है। इस सर्वे में कई बातें बीजेपी के पक्ष में जाते हुए दिख रही हैं। मप्र में 18 माह छोड़कर पिछले 18 साल से शिवराज सिंह चौहान सीएम रहे हैं।

ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या शिवराज पांचवीं बार बीजेपी को सत्ता दिला पाएंगे? उन्हें लाड़ली बहना समेत कई कल्याणकारी योजनाओं और मोदी के चेहरे पर भरोसा है। वहीं, विपक्ष में बैठी कांग्रेस को एंटी इन्कम्बेन्सी और कमलनाथ के चेहरे पर भरोसा है। एनडीटीवी-सीएसडीएस लोकनीति के सर्वे में इसी तरह की कई बातों के सवाल पता लगाए गए हैं। सर्वे के मुताबिक सीएम शिवराज  को लाड़ली बहना योजना का मिलेगा फायदा मिलता दिख रहा है।

61 फीसदी वोटर्स को शिवराज सरकार से शिकायत नहीं

एनडीटीवी-सीएसडीएस लोकनीति के सर्वे के मुताबिक सर्वे में शामिल 61 फीसदी वोटर्स को मोटे तौर पर शिवराज सरकार से कोई शिकायत नहीं है। भाजपा की सरकार से 18 फीसदी मतदाता पूरी तरह असंतुष्ट हैं। सर्वे में इसमें सबसे अहम सवाल यही था कि एमपी की जनता शिवराज सरकार के कामकाज से कितनी संतुष्ट है? इसका जवाब भी काफी दिलचस्प है। एमपी के सिर्फ 27 फीसदी मतदाता ही शिवराज सरकार से पूरी तरह संतुष्ट हैं। उनकी सरकार से कुछ हद तक संतुष्ट वोटर्स  का प्रतिशत 34% रहा, जबकि कुछ हद तक असंतुष्ट मतदाता 16 फीसदी रहे। वहीं, 61 फीसदी मतदाताओं को मोटे तौर पर शिवराज सरकार से कोई शिकायत नहीं है। बीजेपी की सरकार से 18 फीसदी वोटर्स पूरी तरह असंतुष्ट हैं।

केंद्र की मोदी सरकार से भी वोटर्स संतुष्टः

एनडीटीवी-सीएसडीएस लोकनीति के सर्वे का दूसरा अहम सवाल केंद्र की  मोदी सरकार से जुड़ा था। सर्वे में शामिल लोगों से पूछा गया था कि केंद्र सरकार के कार्यों से आप कितना संतुष्ट हैं? तो एमपी 34 फीसदी लोग मोदी सरकार के कामकाज से पूरी तरह संतुष्ट नजर आए। कुछ हद तक संतुष्ट उत्तरदाताओं की तादाद 31 फीसदी रही। मोटे तौर पर एमपी के 65 फीसदी वोटर्स को  मोदी सरकार से कोई शिकायत नहीं है। इसके विपरीत, मोदी सरकार से कुछ हद तक असंतुष्ट जनता का प्रतिशत 16 रहा। पूरी तरह असंतुष्ट जनता सिर्फ 13 फीसदी रही।

 मोदी-शिवराज सरकार भ्रष्टाचार रोकने में सफलः

एनडीटीवी-सीएसडीएस लोकनीति के सर्वे में एमपी की जनता से यह भी पूछा गया कि भ्रष्टाचार से लड़ने में केंद्र सरकार और राज्य सरकार का काम कैसा रहा? इस सवाल पर बहुत अच्छा कहने वालों की संख्या 34 फीसदी और अच्छा कहने वालों की संख्या 33 फीसदी रही। यानी मोटे तौर पर 67 फीसदी जनता भ्रष्टाचार से लड़ने में केंद्र और मप्र सरकार के काम को सफल मान रही है। भ्रष्टाचार के खिलाफ शिवराज सरकार के काम से 24 फीसदी लोग बहुत अच्छा बता रहे हैं, तो अच्छा कहने वालों की संख्या 39 फीसदी है। यहां भी मोटे तौर पर देखें, तो 63 फीसदी जनता शिवराज सरकार को सफल मान रही है।

शिवराज को इस  कार्यकाल में  ज्यादा नंबरः

एमपी में 2018 से 2020 तक कमलनाथ की सरकार रही। उसके बाद 2020 से 2023 तक शिवराज की सरकार। एनडीटीवी-सीएसडीएस लोकनीति के सर्वे में दोनों के कार्यकाल को लेकर सवाल पूछे गए।  इसमें कमलनाथ की सरकार से संतुष्ट लोगों का प्रतिशत 34 फीसदी रहा। शिवराज सरकार से संतुष्ट लोगों का प्रतिशत 36 रहा।

मुख्यमंत्री पद के लिए कमलनाथ-शिवराज में मुकाबलाः

एनडीटीवी-सीएसडीएस लोकनीति के सर्वे  में दो और अहम सवाल जो पूछे गए। मप्र की जनता किसे मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहती है? वो क्या देखकर वोट करेगी? पहले सवाल के जवाब में शिवराज के लिए खुश होने की वजह है, क्योंकि सूबे की 38 फीसदी जनता उनके साथ है। हालांकि, यहां मुकाबला कड़ा है। कमलनाथ को बतौर मुख्यमंत्रई देखने वालों की संख्या 34 फीसदी है।  सिंधिया घराने के उत्तराधिकारी ज्योतिरादित्य को राज्य की 4 फीसदी जनता और नरेंद्र सिंह तोमर को 2 फीसदी जनता ही सूबे की कमान सौंपना चाहती है। सवे में यह भी पूछा गया कि कांग्रेस किसी और को मुख्यमंत्रई बनाती है, तो इसके जवाब में 6 फीसदी जनता सहमत दिखी। बीजेपी किसी और को मुख्यमंत्रई बनाती है, तो 4 फीसदी जनता इसके पक्ष में है।

क्या देखकर वोट देंगे मतदाताः

एनडीटीवी-सीएसडीएस लोकनीति के सर्वे  में सबसे अहम सवाल था- मतदाता क्या देखकर वोट देंगे? इसके जवाब में 37 फीसदी वोटर्स ने कहा कि वे पार्टी को देखकर वोट देंगे। जबकि प्रत्याशी देखकर वोट देने वाले मतदाताओं की संख्या 30 फीसदी, मुख्यमंत्री का चेहरा देखकर वोट देने वालों की संख्या 10 फीसदी और पीएम मोदी के चेहरे पर वोट देने वाले वोर्टस 10 फीसदी हैं। राहुल गांधी के चेहरे पर वोट देने वालों की संख्या 5 फीसदी है।

कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा का कितना असर?

एनडीटीवी-सीएसडीएस लोकनीति के सर्वे  में  कुछ दिलचस्प सवाल भी पूछे गए। मसलन- कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा देखने वाले किसे वोट देंगे? इस सवाल के जवाब में 49 फीसदी ने कहा कि वे कांग्रेस को वोट देंगे। वहीं, 41 फीसदी ने कहा कि वे बीजेपी को वोट देंगे। इस सवाल के जवाब में 10 फीसदी लोगों ने पता नहीं का ऑप्शन चुना। इसी तरह लोगों से पूछा गया कि भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को फायदा होगा? इस सवाल के जवाब में 38 फीसदी ने हां और 22 फीसदी ने नहीं में उत्तर दिया। वहीं 40 फीसदी  ने कहा- पता नहीं।

शिवराज को लाडली बहना योजना का लाभः

मप्र में सीएम आवास योजना का फायदा उठाने वाले किसे वोट देंगे, इस सवाल के जवाब में 59 फीसदी जनता बीजेपी के पक्ष में खड़ी दिखी। कांग्रेस को वोट देने वालों की संख्या 38 फीसदी रही। शिवराज सरकार की लाडली बहना योजना के लाभार्थियों में से 48 फीसदी ने बीजेपी को वोट देने की बात कही। वहीं, कांग्रेस के

 पक्ष में 42 फीसदी जनता दिखी। मतलब शिवराज सरकार को लाडली बहना योजना का लाभ मिलता दिख रहा है।

 



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