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मप्र पुलिस का बड़ा कारनामा:क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड मामले 44 लाख रुपए भारत आए

खास खबर            Aug 03, 2024


मल्हार मीडिया भोपाल।

एमटीएफई क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड में मध्यप्रेदश पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस जापान और सिंगापुर बेस्ड कंपनियों से 44 लाख रुपए सीज कर वापस भारत लेकर आई है।

मप्र पुलिस का दावा है कि यह प्रदेश का पहला ऐसा मामला है, जिसमें धोखाधड़ी के मामले में विदेशी कंपनियों से भारत में रुपया वापस लाया गया। पुलिस एक साल से विदेशी दूतावास से लगातार संपर्क कर इसके प्रयास में जुटी थी।

गौरतलब है कि मप्र पुलिस द्वारा राज्य में अपराधियों पर नियंत्रण के लिए निरंतर सख्त कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में रतलाम पुलिस ने क्रिप्टो करेंसी के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।

वहीं जापान और सिंगापुर बेस्ड कंपनियों के खाते फ्रीज कर लगभग 44 लाख रुपए सीज कर भारत वापस लाए गए हैं। इस मामले में दो मुख्य आरोपियों की पुलिस को तलाश है।

आरोपियों ने रतलाम के अलावा मंदसौर, नीमच, धार और राजस्थान में भी लोगों को 30 प्रतिशत मासिक रिर्टन का लालच देकर करोड़ों रुपए की ठगी की थी।

उल्लेखनीय है कि 24 अगस्त 2023 को सलीम पिता काले खां ने रतलाम पुलिस को शिकायत कर बताया कि मोहम्मद पिता फेज उर्फ निक्कू, आजम खान हुजेफा जम्माली, आलोक पाल, वाजिद एवं वसीम द्वारा MTFE कंपनी के माध्यम से क्रिप्टो करेंसी में निवेश पर 30 प्रतिशत मासिक रिर्टन देने का झांसा देकर 20 लाख 76 रुपए की ठगी की।

शिकायत पर थाना औद्योगिक क्षेत्र जावरा में आरोपियों पर प्रकरण दर्ज किया गया। इसी तरह अशरफ अली ने गोविंद सिंह व संदीप टांक के विरुद्ध थाना स्टेशन रोड में लगभग 26 लाख 51 हजार रुपए की ठगी की शिकायत की।

आरोपियों की आसानी से पैसे कमाने वाली इस पोंजी स्कीम पर लोगों ने विश्वास किया एवं कुछ समय बाद MTFE कम्पनी द्वारा इस स्कीम से ठगी कर कम्पनी बंद कर दी गई और लोगों की लाखों रुपए की जमा पूंजी डूब गई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए रतलाम पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढा द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा को टीम गठित कर मामले की जांच के निर्देश दिए। नगर पुलिस अधीक्षक जावरा दुर्गेश आर्मो व नगर पुलिस अधीक्षक रतलाम अभिनव कुमार बारंगे के निर्देशन में थाना औद्योगिक क्षेत्र जावरा, थाना स्टेशन रोड रतलाम एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम गठित की गई । पुलिस टीम द्वारा आमजन को दिए गए MTFE के क्यूआर कोड/टीआरसी-20 के एड्रेस को एकत्रित किया गया। इसमें लगभग 266 पीड़ितों से लगभग 1 करोड़ 43 लाख रुपए की ठगी का मामला रतलाम जिले में प्रकाश में आया।  टीम द्वारा MTFE कम्पनी द्वारा की गई धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया गया।  इन दोनों प्रकरणों में MTFE के सी.ई.ओ. हुजेफा जमाली एवं गोविन्द सिंह चंद्रावत सहित 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया। MTFE फ्राॅड में संलिप्त कलिन कम्पनी के डायरेक्टर योगानंदा बमोरे से पूछताछ कर  Binance, Huobi, TRC20 आदि क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की गई। पुलिस ने विभिन्न माध्यम/ओपन सोर्स से जानकारी प्राप्त कर लगभग 10 लाख 48 हजार टीआरसी 20 के एड्रेस प्राप्त किए। इसमें MTFE के क्यूआर कोड द्वारा बड़ी मात्रा में रुपयों का लेन-देन अलग-अलग देशों से किया गया। इसका एनालिसिस करने पर MTFE द्वारा भारत सहित श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान एवं नाइजीरिया में भी इस प्रकार की धोखाधड़ी करना पाया गया। टीआरसी 20 से करेंसी को कनवर्ट करने के लिए लगभग 56 Counterparty Exchange का उपयोग किया गया। इनमें मुख्य रूप से Binance, KuCoin, OKX, Huobi, Bybit, USDt~Token, MEX, Sun Crypto आदि एक्सचेंज हैं। Binance से सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त की गई एवं एनालिसिस कर मुख्य खाता UId~301254931 चिन्हित किया गया। इसमें भारत से ठगी की गई राशि का लगभग 40 करोड़ रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ है। उपरोक्त Binance का अकांउट, प्रकरण के मुख्य आरोपी एनाकु पेमे के नाम से रजिस्टर्ड है। Binance के खाते को भारत के अतिरिक्त सिंगापुर, मलेशिया से अलग-अलग डिवाइस पर रजिस्टर्ड कर खाते का उपयोग किया गया। उपरोक्त Binance के खाते में भारत  के साथ ही मलेशिया के मोबाइल नम्बर भी रजिस्टर्ड होना पाए गए। Binance द्वारा MTFE कंपनी के एकाउंट से कनेक्टेड Binance के लगभग 41 खाते प्रदाय किए हैं, जिन्हें रतलाम पुलिस द्वारा माननीय न्यायालय के आदेश से फ्रीज करवाया गया। उपरोक्त खातों में भारतीय रुपए के अनुसार  लगभग 44 लाख रुपए  हैं। Binance में होल्ड राशि अपराध से संबंधित होने से शासकीय खाते में ली जाने के लिए Binance से पत्राचार कर उपरोक्त राशि में से 43 लाख 77 हजार 503 रुपए 26 करेंसी के रूप में शासकीय खातों में रिफंड करवाई गई। प्रकरण में मुख्य आरोपी एनाकु पेमे एवं मर्सी पेमे की लगातार तलाश की जा रही है।

इनकी रही विशेष भूमिका - उपनिरीक्षक अमित शर्मा प्रभारी सायबर सेल, आरक्षक विपुल भावसार, आरक्षक राहुल पाटीदार की विशेष भूमिका रही। वहीं निरीक्षक प्रकाश गडरिया तत्कालीन थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र जावरा, निरीक्षक मुनेन्द्र गौतम थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र जावरा , निरीक्षक दिनेश कुमार भोजक थाना प्रभारी स्टेशन रोड़, उनि राकेश मेहरा, प्रआर राहुल जाट थाना नामली, आरक्षक अभिषेक पाठक एवं सायबर सेल रतलाम से प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा, हिम्मत सिंह गोड, लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, आरक्षक मयंक व्यास, आरक्षक तुषार सिसौदिया की सराहनीय भूमिका रही।

 


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