मल्हार मीडिया भोपाल।
भारतीय पुलिस सेवा के प्रथम बैच के पुलिस अफसर और अविभाजित मध्य प्रदेश के पुलिस विभाग के डीजीपी रहे एचएम जोशी को उनके नौकर ने पीट दिया है।
श्री जोशी 1948 बैच के आईपीएस हैं और 1980 में डीजीपी रहे हैं।
जेपी आंदोलन के वक्त चंबल में करीब 400 से ज्यादा डकैतों के चर्चित आत्मसमर्पण कराने वाले जोशी ने अब थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
पूर्व डीजीपी ने हबीबगंज थाने में दी शिकायत में लिखा है कि उनका केयरटेकर यानी नौकर उन पर पैसों के लिए गला दबाने, मारपीट करने और धमका कर घर में चोरी करने का आरोप लगाया है। वे भोपाल की पॉश कॉलोनी अरेरा कॉलोनी में रहते हैं।
गौरतलब है कि एचएम जोशी के बेटे अरविंद जोशी और बहू दोनों आईएएस थे, लेकिन भ्रष्टाचार और मनी लॉड्रिंग मामले में दोनों को बर्खास्त कर दिया गया था। कुछ वर्ष बाद ही कैंसर से जूझते हुए अरविंद जोशी की मौत हो चुकी है, जबकि बहू टीनू जोशी का अता—पता नहीं है।
एचएम जोशी ने पुलिस को दिये शिकायती आवेदन में लिखा है कि मैं 99 वर्ष का हूं, पुलिस विभाग से डीजीपी के पद से रिटायर हुआ हूं, चलने-फिरने में असमर्थ हूं तो एक एजेंसी के जरिए केयर टेकर रखा हुआ है। उसने मेरा गला दबाया और बोला कि जितने भी पैसे रखे हुए हो, मेरे हवाले कर दो।
गौरतलब है कि 4 फरवरी 2010 को जब उनके बेटे अरविंद जोशी और बहू टीनू जोशी 1979 बैच के आईएएस थे, तब उन पर आयकर विभाग ने छापा मारा था। 3.6 करोड़ रुपये उनके बंगले में नकद मिले थे।
अगले ही दिन मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। बाद में वर्ष 2018 में प्रवर्तन निदेशालय ने 7.11 करोड़ रुपये की काली कमाई का खुलासा किया था। 22 जुलाई 2014 को दोनों पति पत्नी को नौकरी से निकाल दिया यानी बर्खास्त कर दिया गया था।
देश का यह पहला मामला था जब किसी पति पत्नी आईएएस को बर्खास्त किया गया हो।
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