मल्हार मीडिया ब्यूरो।
यूजीसी नेट कैंसिल और नीट पेपर लीक के कुछ सबूत मिलने के बाद केंद्र सरकार ने सख्त रुख अख्तियार किया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की कार्यप्रणाली की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है। गुरुवार, 19 जून को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि 'हम Zero Error एग्जाम्स कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
नीट परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों के बीच, एनटीए की वर्किंग के तरीके की जांच करने के लिए हाई लेवल कमेटी बनाए जाने की सूचना Dharmendra Pradhan ने एक ब्रीफिंग में दी।
कैसे एग्जाम कराती है NTA? कमेटी करेगी समीक्षा
सेंट्रल एजुकेशन मिनिस्टर प्रधान ने कहा कि 'इस उच्च स्तरीय समिति से NTA के ढांचे, कार्यप्रणाली, परीक्षा प्रक्रिया, पारदर्शिता और डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव मांगे जाएंगे। National Testing Agency के किसी भी अधिकारी के दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।'
उन्होंने कहा, 'मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हम पारदर्शिता से कोई समझौता नहीं करेंगे।'
वहीं, बिहार में NEET परीक्षा के बारे में लगातार आ रहे अपडेट्स पर मंत्री ने कहा, 'हमें बिहार सरकार से नीट परीक्षा के बारे में जानकारी मिली है।
पटना पुलिस मामले की जांच कर रही है और वे जल्द ही भारत सरकार को एक विस्तृत रिपोर्ट भेजेंगे। प्रारंभिक जानकारी से संकेत मिलता है कि त्रुटियां एक विशिष्ट क्षेत्र तक सीमित थीं।'
अंत में उन्होंने कहा, 'हमें अपने सिस्टम पर भरोसा रखना चाहिए। सरकार द्वारा किसी भी अनियमितता या कदाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'
उधर, बिहार में एक छात्र अनुराग यादव ने नीट पेपर लीक की बात कुबूली है। पटना पुलिस के सामने अनुराग यादव ने बयान दिया है कि उसके फूफा ने कोटा से उसे पटना बुलाया।
परीक्षा से एक रात पहले उसे पेपर लीक माफियाओं के घर पर छोड़ा। जहां उसे नीट का पेपर और सभी सवालों के उत्तर रटवाए गए। अगले दिन परीक्षा में 100% सवाल मैच हुए।
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