मल्हार मीडिया ब्यूरो।
22 जनवरी को होने वाली राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले रामलला की फोटो लीक होने पर अफसरों में हड़कंप मच गया। रामलला की फोटो लीक करने वाले अफसरों पर श्रीराम मंदिर ट्रस्ट ऐक्शन में आ गया।
दरअसल ट्रस्ट को शक है कि सोशल मीडिया पर रामलला की जो फोटो वायरल हुई है वह एल एंड टी के अफसरों की तरफ से की गई है। रामलला की फोटो वायरल करने वाले अफसरों पर ट्रस्ट कार्रवाई की तैयारी में हैं।
गौरतलब है कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण और डिजाइन इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) की तकनीकी सहायता से लार्सन एंड टुब्रो (एल एंड टी) और टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स की तरफ से किया जा रहा है।
माना जा रहा है कि कंपनी के किसी ही किसी कर्मचारी या अधिकारी ने फोटो खींचकर वायरल की है। हालांकि फोटो कहां से वायरल हुई है अभी इसकी पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो पाई है।
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के गर्भगृह में 18 जनवरी को रामलला विग्रह को अपने आसन पर स्थापित कर दिया गया। इससे पहले बुधवार देर रात श्रीरामलला की रजत प्रतिमा को पालकी में विराजमान कर श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य एवं यजमान डा. अनिल मिश्रा ने जन्मभूमि परिसर का भ्रमण कराया, जिसमें काशी से आए विद्वान वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन करते रहे। इस दौरान गर्भगृह में पुष्प वर्षा की गयी। पूरे परिसर में जगह-जगह पर सुंदर सजावट भी की गयी थी। गर्भगृह से सिंहासन, पूजन शुरू हो गया है।
सोशल मीडिया पर रामलला की जो मूर्ति वायरल हो रही है उसका शुक्रवार को अनावरण हो गया है। काले पत्थर से बनी इस प्रतिमा की आंख पर पीले रंग के कपड़ा बांधा गया है। विश्व हिंदू परिषद विहिप) के पदाधिकारी शरद शर्मा ने बताया कि रामलला की प्रतिमा की आंखों पर पीला रंग का कपड़ा बंधा है और प्रतिमा को गुलाब के फूलों की माला पहनाई गई है।
विश्व हिंदू परिषद ने रामलला की प्रतिमा की तस्वीर जारी की और यह प्रतिमा खड़ी मुद्रा में है। अयोध्या स्थित राममंदिर में आगामी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले भगवान राम की नयी प्रतिमा बृहस्पतिवार अपराह्न में राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में रखी गई। मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई 51 इंच की रामलला की प्रतिमा को पिछली रात मंदिर में लाया गया था।
इनपुट इंटरनेट मीडिया
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