मल्हार मीडिया भोपाल।
अहसान मेरे दिल पर तुम्हारा है दोस्तों, ये गीत रविवार को हमीदिया कॉलेज ओल्ड स्टूडेन्ट एसोसिएशन के पूर्व छात्रों के संगठन में इसी कॉलेज के पूर्व छात्र एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुनाकर अपने पुराने दिनों को याद करते हुए सुनाया। इस समागम में कॉलेज के पूर्व छात्रगण जब मिले तो खूब मस्ती की, गीत गाए और सुनाए।
गर्मजोशी से गले मिले और अपनत्व का इजहार उन्हीं दिनों की तरह व्यक्त किया जब कालेज के दिनों मे मिलते हुए किया करते थे। चौहान ने कार्यक्रम समापन के बाद फेसबुक पर कुछ फोटो साझा करते हुए लिखा- वक्त की पोटली से कुछ पुराने किस्से निकले, स्मृतियां मुस्कराई। हंसी-ठहाकें और दोस्ती की मिठास से मन का कोना- कोना महक उठा।
इस पूर्व छात्र समागम में वर्षों- बरस पूर्व अध्ययनरत रहे छात्रों ने एक- दूसरे के हाल-चाल जाने और पुराने दिनों को याद किया। यहां एकत्र लगभग सभी अब उम्र के उस पढ़ाव पर है, जहां वे अपनी- अपनी फिल्ड से निवृत्त हो गये है या होने वाले है। रविवार को जब एक सैकड़ा से अधिक पूर्व छात्र एकत्र हुए तो यहां यह चर्चा आम रही कि अब इस एसोसिएशन के माध्यम से अधिक से अधिक पूर्व छात्रों को जोड़ा जाए और कुछ सकारात्मक कार्यों को अंजाम दिया जाए। हांलाकि इस एसोसिएशन के गठन के बाद छोटे पैमाने पर इस तरह के कार्य किये भी जाने लगे है। अब इसे व्यापक करने पर विचार करने पर सभी का जोर रहा।
इस आयोजन की शुरूआत रविवार को पंजीयन के साथ हुई। रजिस्ट्रेशन के बाद अलग- अलग समूहों में ये लोग बैठे और बीच- बीच में उठकर एक- दूसरे से मिलने- मिलाने का सिलसिला चलता रहा। यहां एकत्र होने वाले पूर्व छात्रों में कोई मंत्री रह चुका था, तो कोई विधायक, सांसद नगरीय निकाय में पदाधिकारी, तो कोई अधिकारी रहा, कोई व्यवसायी है, तो कोई कृषि क्षेत्र में , कोई आईएएस है तो कोई आईपीएस, कोई शासकीय सेवा में विभिन्न पदों पर रहा है या कुछ अभी हैं।
अपरांह 12 बजे के आस-पास तक लगभग सभी यहां एकत्र हो चुके थे। फिर गीतों का दौर शुरू हुआ। बीच- बीच में अपने ही गीतों पर ये थिरकते भी रहे। लेकिन कुछ देर थिरकने के बाद शीघ्र ही अपनी- अपनी सीटों पर जाकर बैठ जाते थे, क्योंकि उम्र का असर उन पर स्पष्ट दिखाई दे रहा था। इस आयोजन में छात्रसंघ के अध्यक्ष और विभिन्न पदों पर रहे तत्कालीन नेतागण भी अधिक संख्या में उपस्थित थे। विशेषकर पांच पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अभय राजन सक्सेना 'मुन्ना', अशोक चतुर्वेदी, अशोक अरोरा, आलोक गोस्वामी, दीपक जोशी तथा पूर्व छात्रसंघ में रहे पदाधिकारी।
दोपहर होते-होते सभी को इंतजार था कि शिवराज सिंह चौहान आ जाएं तो फिर कार्यक्रम को औपचारिक रूप से आरंभ किया जाये। जैसे ही शिवराज सिंह कार्यक्रम में पहुंचे तो वहां उपस्थितजनों से आत्मीय मिलन का क्रम शुरू हुआ।
हांलाकि उनके आने के पूर्व सभी ने समूहों में बैठक अपने पूर्व यादों का ताजा कर लिया था। पूर्व मंत्री दीपक जोशी सभी समूहों में बैठकर अपनी यादें ताजा कर रहे थे। पूर्व छात्र नेता महेन्द्र सिंह बुंदेला 'दाऊ' सभी के बीच आकर्षण का केन्द्र रहे। उन्हें देखकर सभी ने उप नाम से ही संबोधित किया। पूर्व सीएम चौहान ने भी उन्हें देखते ही कहा- और दाऊ महेन्द्र भाई कैसे हो।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके बाद पूर्व छात्र नेताओं ने मंच साझा किया और इसमें वहां उपस्थित वरिष्ठ छात्र नेताओं को भी आमंत्रित किया गया। स्वागत की औपचारिकता हुई। इसके बाद कार्यक्रम का संचालन कर रहे ओ पी कटियार ने उद्बोबोधन के लिये कुछ चुनिंदा लोगों को आमंत्रित किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक चतुर्वेदी ने इस आयोजन की पृष्ठभूमि को साझा किया। पूर्व मंत्री एवं पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक जोशी ने छात्र जीवन के वक्त के संस्मरण सुनाएं। उन्होंने कहा- इस एसोसिएशन के उद्देश्य को और ताकत से पूरा करने के लिये कुछ अधिक ताकत लगानी चाहिए। जोशी ने कहा कि अब तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के पास भी वक्त है, उनके नेतृत्व में सभी को अपना- अपना सहयोग करना चाहिए। सभी अपने- अपने तरीके से इसमें सहयोग कर सकते है। उन्होंने उस दौर के कुछ रौचक किस्से भी सुनाएं। पूर्व सांसद आलोक संजर ने भी छात्र जीवन के किस्से सुनाएं। साथ ही लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें कॉलेज के छात्रों द्वारा दिये गये सहयोग की चर्चा की। किशन सूर्यवंशी नगर निगम परिषद अध्यक्ष भोपाल ने भी संबोधित किया। वरिष्ठ छात्र नेता रहे छोटा बाबू राय भी मंच पर उपस्थित रहे।
इसके बाद आयोजन के प्रमुख आकर्षण शिवराज सिंह को आमंत्रित किया। उन्होंने छात्र जीवन के कई किस्से सुनाएं। चौहान ने उनके राजनीतिक जीवन के शुरूआती दिनों की बात करते हुए समाज के लिये किये गये कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि आज लगभग सभी की उम्र 60- 62 या उससे ऊपर हो गयी है। लेकिन इसे सेवानिवृत्ति की उम्र मानने की जरूरत नहीं है। जो जहां है, वो वहीं से सकारात्मक कार्य कर सकते है। क्योंकि कॉलेज जीवन के बाद जो जिस फिल्ड में रहता है कार्य करता है, लेकिन उम्र के इस पड़ाव पर भी हम बहुत कुछ कर सकते है। चौहान ने अपने द्वारा निराश्रित बच्चों को गोद लेकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने का उदाहरण देते हुए कहा कि इस तरह के कार्य अब भी किये जा सकते है। शिवराज सिंह ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए हर दिन एक पेड़ (पौधरोपण) लगाने का कार्य शुरू किया जो अब भी अनवरत जारी है। उपस्थित जनों से उन्होंने कहा कि आप भी कम से कम अपने जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ, माता- पिता की पुण्य तिथि पर ये कार्य कम से कम कर ही सकते है।
श्री चौहान ने कहा कि आप 60- 62 की उम्र में आते अपने को रिटायर ना माने। उन्होंने कहा कि आप और हम सभी मिलकर अभी भी सकारात्मक कार्यों में कार्य कर सकते हैं। श्री चौहान ने कहा- पिक्चर अभी बाकि है यानि अभी भी हम समाज से जड़े कामों में अपना समय देकर पिक्चर को लगातार जारी रख सकते है। रख सकते हैं ना।
उन्होंने आयोजन में सक्रिय भूमिका के लिए सभी को बधाई दी। साथ ही आगे और भी बड़े आयोजन की अपेक्षा जताई। इस आयोजन में दीपक मिश्रा, प्रदीप सक्सेना, सुखदेव चुग, प्रमोद शर्मा, विजय शर्मा सहित अन्य का सक्रिय सहयोग रहा।
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