प्रभु जी, तुम स्वामी हम दासा, ऐसी भक्ति करै रैदासा

खास खबर            Jul 18, 2023


कीर्ति राणा।

भक्तिकाल के कवियों-संतों में कबीर के समकण और मीरा के गुरु माने जाने वाले संत शिरोमणि रवि दास (रैदास) के लिए भाजपा की भक्ति धारा  230 सीटों तक उमड़ने वाली है।

इन सीटों में अनुसूचित जन जाति की 47 सीटें और इस वर्ग के मतदाता 17 प्रतिशत हों तो संत रविदास मंदिर के लिए प्रदेश में निकलने वाली सामाजिक समरसता वाली भाजपा की दूरदृष्टि कांग्रेस को समझ नहीं आए यह संभव ही नहीं।

’मन चंगा तो कठौती में गंगा’ कहने वाले संत रैदास ने तो प्रभु भक्ति के लिए गाया था प्रभु जी तुम स्वामी हम दासा…’अब जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं तो मतदाता ही स्वामी और सारे दल प्रमुखों का इनका दासानुरागी बनना लाजमी है।

सागर के नरयावली के बड़तूमा गांव में 11 एकड जमीन पर 100 करोड़ की लागत से संत रविदास मंदिर निर्माण की घोषणा तो फरवरी में ही मुख्यमंत्री ने सागर यात्रा के दौरान कर दी थी।अब रविदास मंदिर के लिए सामाजिक समरसता यात्रा निकालने की प्लॉनिग हो गई है।

230 विधानसभा सीटों को यह सामाजिक समरसता यात्रा कवर करेगी। पहले जिस तरह राम मंदिर के लिए गांव गांव ईंटें और चंदा इकट्ठा किया था, उसके हिसाब-किताब की चर्चा करना भी ठीक नहीं है, क्योंकि रविदास मंदिर के लिए तो सरकार ने ही सौ करोड़ मंजूर कर रखे हैं।

 230 सीटों पर पहुंचने वाली यात्रा में मंदिर के लिए भाजपा ईँट, पत्थर, एक मुट्ठी चावल, गांव की मिट्टी का संग्रह वहां के लोगों से करेगी।

संत रविदास तो मूर्ति पूजा के विरोधी रहे हैं लेकिन सौ करोड़ की लागत से बनने वाला उनका यह मंदिर दिल्ली के सुप्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर बनेगा।

मप्र पर्यटन विकास निगम इस मंदिर के साथ बाकी जो निर्माण करेगा उससे नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के सागर जिले को यह सौगात देश के मुख्य टूरिस्ट सेंटर के रूप में भी पहचानी जाएगी।

 



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