मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने आज 15 अक्टूबर को 144 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में कमलनाथ को से टिकट दिया गया है, जबकि पहली सूची में पार्टी के कई दिग्गज नेताओं के नाम शामिल हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह और और उनके भाई लक्ष्मण सिंह का नाम भी शामिल हैं।
इसी तरह लहार से पार्टी ने वर नेता गोविंद सिंह को मैदान में उतारा है। अहम बात यह है कि इस सूची में उन 66 सीटों के भी प्रत्याशी घोषित कर दिए गए हैं, जिसकी रिपोर्ट पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा तैयार कर पार्टी को दी गई थी।
यह वे सीटें है, जहां पर लगातार तीन बार से कांग्रेस को हार मिल रही थी। ऐसी सीटों में शामिल टीकमगढ़ से एक बार फिर से बादवेन्द्र सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है।
इस सूची में इंदौर की तीन पांच और महू को होल्ड पर रखा गया है, जबकि भोपाल में दक्षिण पश्चिम, हजुर, गोविंदपुरा और भोपाल उत्तर सीट को भी होल्ड पर रखा गया है। उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बुधनी सीट से विक्रम मस्ताल को टिकट दिया गया है। उनके द्वारा रामायण सीरियल में हनुमान का रोल निभाया गया था। इसमें सबसे चौकाने वाला फैसला है विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति का टिकट काटा जाना।
वहीं इंदौर 2 से चिंतामणि चौकसे चिंटू और इंदौर 4 से राजा मधवानी को उतारा है। अजय सिंह राहुल को चुरहट, लक्ष्मण सिंह को चांचौड़ा (दिग्विजय के भाई), जयवर्धन सिंह को राघोगढ़ (दिग्विजय के बेटे), जीतू पटवारी को राऊ, हेमंत कटारे को अटेर (स्व सत्यदेव कटारे के बेटे), कसरावद से सचिन यादव (स्व सुभाष यादव के बेटे और अरुण यादव के भाई) और विक्रांत भूरिया को झाबुआ (कांतिलाल भूरिया के बेटे) से टिकट दिया गया है।
यही नहीं पिछोर से लगातार जीत रहे विधायक केपी सिंह की सीट भी बदल दी गई है। उन्हें पार्टी ने पिछोर की जगह शिवपुरी से प्रत्याशी बनाया है। इस सूची की खासियत यह है कि पार्टी ने अपने लगभग सभी प्रमुख चेहरों को इसमें शामिल किया है। ही नहीं सूची में जातिगत समीकरणों का भी विशेष ध्यान रखा गया है।
इस सूची में उन 66 सीटों के भी प्रत्याशी घोषित कर दिए गए हैं, जिनका दौरा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने किया था। यह वे सीटें हैं, जहां पर लगातार तीन बार से कांग्रेस को हार मिल रही थी । ऐसी सीटों में शामिल टीकमगढ़ से एक बार फिर से यादवेन्द्र सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है। इस सूची में इंदौर की तीन, पांच और महू को होल्ड पर रखा गया है, जबकि भोपाल में दक्षिण पश्चिम, हुजूर, गोविंदपुरा और भोपाल उत्तर सीट को भी होल्ड पर रखा गया है।
144 नामों वाली इस सूची में पहली बार दो सिथी नेताओं को टिकट दिया गया है। इसमें इंदौर और सिवनी की सीट शामिल है। माना जा रहा है कि पार्टी इस समुद्रमा को साधने के लिए दूसरी सूची में एक और सिंधी समाज के नेताको टिकट दे सकती है। 144 घोषित प्रत्याशियों में से ओबीसी वर्ग के 39 अनुसूचित जाति के 22 प्रत्याशी और आदिवासी वर्ग के 30 प्रत्याशी शामिल हैं। अल्पसंख्यक वर्ग के शामिल हैं। पार्टी ने 19 महिलाओं को टिकट दिया है। 144 में से 65 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनकी उम्र 50 वर्ष से कम है। अगर की पहली सूची की तुलना भारतीय जनता पाटी से करे से भाजपा ने अपनी पहली सूची में 39 नाम जारी किए थे और वह टिकट भी हारी हुई सीटों के लिए जारी किए गए थे। भाजपा ने अब तक चार सूचियां जारी की है और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान तथा उनके कैबिनेट मंत्रियों के टीमें कर जारी किए थे वह भी में जबकि कांग्रेस पार्टी ने पहले ही नदी में नवरात्रि के शुभ दिनों में मुख्यमंत्री स कमलनाथ और पिछली सरकार में मंत्री रहे मेलाओं के टिकट जारी कर स्पष्ट कर दिया कि पार्टी आक्रामक मुद्रा में है पहली सूची को और से देखे तो काग्रेस पार्टी ने अपने ज्यादातर विधायकों पर भरोसा है और उन्हें फिर से टिकट दिया है।
सूची से स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी ने सर्वेक्षण के आधार पर ही 144 प्रत्याशियों को टिकट दिए है। सबसे खास बात यह है की इन प्रत्याशियों के नाम पर न सिर्फ सर्वे की मोहन है, बल्कि प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय नेताओं की आम राय भी शामिल है। अनुमान है कि अगले तीन-चार दिन में कांग्रेस पार्टी की दूसरी सूची भी आ जाएगी प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है और 3 दिसंबर को मतगणना होगी।
दीपक जोशी को नहीं मिला टिकट
कांग्रेस ने हाटपिपल्या से राजवीर सिंह बघेल को टिकट दिया है, जबकि इसी सीट से भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए दीपक जोशी दावेदारी ठोक रहे थे। दीपक जोशी पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे है और हाटपिपल्या से मनोज चौधरी को तवज्जो दिए जाने से नाराज होकर पार्टी छोड़ दी थी और कांग्रेस में चले गए थे, लेकिन 144 उम्मीदवारों में उनका नाम नहीं है।
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