मल्हार मीडिया भोपाल।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में सालों से कई RI (राजस्व निरीक्षक) और पटवारी एक ही हल्के में 8 से 15 साल से जमे हैं। इनके कारण ऑफिस बदनाम होता है। उनकी शिकायतें भी मिलती हैं।
उन्हें वल्लभ भवन के आला अफसरों का संरक्षण है। कईयों की जमीन है, उन्हें हटाने के लिए लिस्ट सौंपी है'।
यह कहना है भोपाल सांसद आलोक शर्मा का। उन्होंने प्रभारी मंत्री चैतन्य कश्यप के सामने भी यह मुद्दा उठाया है। साथ ही कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को लिस्ट दी है। इसके बाद प्रशासनिक गलियारे में हड़कंप मच गया है।
दरअसल, सांसद ने कई आरआई और पटवारियों को वल्लभ भवन के सीनियर अफसरों का संरक्षण होने का आरोप लगाया है।
3 साल में हल्का बदलने का नियम
भोपाल में करीब 190 पटवारी हैं। वहीं, राजस्व निरीक्षकों की संख्या लगभग 35 है। नियमानुसार 3 साल में पटवारी का हल्का बदल देना चाहिए। लेकिन भोपाल में कई तो 8 साल या इससे ज्यादा समय से पदस्थ हैं।
बताया जाता है कि कई पटवारियों की शिकायत भी जनप्रतिनिधियों तक पहुंची। यही वजह है कि सांसद शर्मा को प्रभारी मंत्री के सामने यह मुद्दा उठाना पड़ा।
अवैध कॉलोनी का मुद्दा भी उठाया, बोले-ड्राइवर-प्यून के नाम ले रहे जमीन
सांसद शर्मा ने अवैध कॉलोनी और शहर के ट्रैफिक का भी मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि भोपाल में अवैध कॉलोनियों के संबंध में जल्द ही बड़ी बैठक करेंगे। जो लोग अवैध कॉलोनी काट रहे हैं और जनता को मूलभूत सुविधाएं नहीं दे रहे हैं, उन पर कार्रवाई होगी।
कई कॉलोनाइजर अपने ड्राइवर और प्यून के नाम से जमीन ले लेते हैं। इससे वे बच जाते हैं। ऐसे मामलों की जांच भी कराएंगे।
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