अपने कॉलेज में मुख्यमंत्री ने याद किए पुराने दिन, बताए पुराने अड्डे

खास खबर            Aug 16, 2023


मल्हार मीडिया भोपाल।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भोपाल में अपने अड्डो के बारे में बताया। कहानी सुनाई कि कैसे सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा के जैत गांव से आकर भोपाल में राजनीति शुरू की।

पुराने दोस्तों को याद किया और फिर कहा कि, ऐसे मजा नहीं आएगा। सितंबर में एक कार्यक्रम करेंगे, जिस में नाचेंगे-गाएंगे, खाएंगे-पिएंगे, मस्ती करेंगे। श्री चौहान आज हमीदिया कॉलेज में थे।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित हमीदिया कॉलेज के 75 साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह इसी कॉलेज के छात्र रहे हैं। सन 1978 में उन्होंने हमीदिया कॉलेज भोपाल से दर्शनशास्त्र में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की थी। इस दौरान उन्होंने अपने कॉलेज टाइम के दोस्तों को याद किया और उनको डेडीकेट करते हुए गाना भी गाया।

इस दौरान वह भूल गए कि, अब वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। स्टूडेंट लाइफ की यादों में खो गए और कॉलेज के पुराने स्टूडेंट की तरह धाराप्रवाह बोलते चले गए।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि, मैं ABVP में नगर संगठन मंत्री था। सवेरे उठते ही साइकिल से पहले सेफिया कॉलेज जाता था। दुबला - पतला था। वहां मोटे - तगड़े छात्र नेता थे। मैं वहां भाषण देता था, वो लोग देखा करते थे कि यह कौन आ गया।

हमें जब रात में भूख लगती थी तो उनके मदन महाराज होटल पर जाकर भोजन करते थे। हमीदिया कॉलेज के पीछे चाय की गुमठियाँ हुआ करती थीं। यहां दोपहर में चाय पीकर नमकीन खाते थे। तब होस्टल थे तिलक, मालवीय, गोखले। होस्टल में रहकर लीला के यहां चाय पीते थे। न्यू मार्केट में शाम को बैठने के अड्‌डे थे- लिटिल कॉफी हाउस और समता।

मुख्यमंत्री ने कहा, 'आज औपचारिक कार्यक्रम हो गया। अब अनौपचारिक करना है। इसमें सारे पूर्व छात्र जमा हों, नाचे-गाएं, गीत-संगीत हो। कार्यक्रम CM हाउस या लाल परेड मैदान में रख सकते हैं। अभी सभी ऐसे बैठे हैं, जैसे पीएचडी कर रहे हों। मजा ऐसे कार्यक्रम में नहीं आएगा। मस्ती का कार्यक्रम हम सितंबर में करेंगे। खाएंगे, पीएंगे...पीएंगे मतलब मैं गलत नहीं कह रहा।'

 



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